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भारत का कोयला क्षेत्र पथ-प्रवर्तक सुधारों से गुजर रहा है : प्रल्हाद जोशी

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नई दिल्ली (मा.स.स.). केन्द्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कोयला मंत्रालय ने देश की बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करने के उद्देश्य से कोयले के उत्पादन को और बढ़ाने के लिए कई सुधार शुरू किए हैं। पिछले आठ वर्षों के दौरान मंत्रालय की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालने वाले “2014 से कोयला मंत्रालय के सुधार एवं उपलब्धियां” को वर्चुअल माध्यम से जारी करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोयले के समग्र उत्पादन एवं उठाव को और बेहतर करने के लिए कई पथ-प्रवर्तक सुधार किए गए हैं।

उन्होंने प्रमुख नीतिगत बदलाव लाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समय-समय पर दिए गए बहुमूल्य मार्गदर्शन को याद किया। प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कोयला क्षेत्र की उपलब्धियां अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगी। इस समारोह को संबोधित करते हुए कोयला सचिव डॉ. अनिल कुमार जैन ने कहा कि घरेलू स्तर पर कोकिंग कोल का उत्पादन दोगुना करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ती मांग के बावजूद, कोयला मंत्रालय ने स्थिर कीमतों पर कोयला उपलब्ध कराने के लिए कई पहल की हैं। कोयला सचिव ने आर्थिक विकास को और अधिक गति प्रदान करने में कोयला क्षेत्र द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डाला।

आज यहां आयोजित इस समारोह में मंत्रालय के सभी वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। कोल इंडिया लिमिटेड के सीएमडी एवं सहायक प्रतिष्ठानों के प्रमुख भी वर्चुअल माध्यम से इस समारोह में शामिल हुए। इस उपलब्धि रिपोर्ट, जोकि 2014 से हुए प्रमुख नीतिगत सुधारों, अधिनियमों में संशोधन, वाणिज्यिक कोयला खनन में नवीन प्रयासों, कोयला आयात प्रतिस्थापन, प्रथम मील कनेक्टिविटी, कोल इंडिया लिमिटेड एवं सहायक कंपनियों की कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी, पर्यावरण के अनुकूल पहल, वनीकरण अभियान आदि पर प्रकाश डालती है, को यहां देखा जा सकता है।

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