लखनऊ. जहां-जहां चरण पड़े रघुवर के उन स्थलों पर श्रीरामस्तंभ स्थापित किया जाना है। पहला श्रीराम स्तंभ पौराणिक धरोहर मणिपर्वत पर स्थापित होगा। श्रीराम स्तंभ शनिवार को राजस्थान से ट्रक के जरिए अयोध्या के लिए रवाना हुआ था जो सोमवार की दोपहर कारसेवकपुरम पहुंचा। यहां पहुंचने पर वैदिक आचार्यो ने श्रीराम स्तंभ का विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन किया। रास्ते में कई स्थानों पर स्तंभ पर पुष्पवर्षा भी की गई। बताया गया कि श्रीराम स्तंभ को रामसेवकपुरम् में सुरक्षित रखा गया है।
पितृपक्ष के बाद इस स्तंभ को मणिपर्वत पर स्थापित किया जाएगा। यह स्तंभ राजस्थान से 1200 किलोमीटर की दूरी तय कर अयोध्या पहुंचा है। स्तंभ की ऊंचाई 15 फीट है। यह राजस्थान के बलुआ पत्थर से निर्मित है। जिस स्थान पर यह स्तंभ लगेगा वहां की महत्ता इस पर अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत व स्थानीय भाषा में दर्ज की जाएगी। इस पर क्यूआर कोड भी अंकित होगा जिसे क्लिक करते ही भक्तों को पूरी जानकारी मिल जाएगी। रामवनगमन स्थल के 290 स्थानों पर अशोक सिंहल फाउंडेशन के संयोजन में श्रीराम स्तंभ स्थापित कर इन्हें नई पहचान देने की तैयारी है।
साभार : अमर उजाला
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