लखनऊ. अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले ही अयोध्या हाई को तैयार कर लिया जाएगा। इसका काम अगस्त से शुरू करने की तैयारी है और दिसंबर 2023 तक इस काम को पूरा भी कर लिया जाएगा। उद्देश्य होगा कि भगवान राम के भक्तों को राम मंदिर तक पहुंचने के लिए किसी प्रकार का कोई कष्ट हाई वे के कारण न उठाना पड़े। इसलिए कार्यदायी संस्था एक साथ अयोध्या हाई का काम कई भागों में करते हुए पूरा करेगी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) पहले अयोध्या हाई वे को छह लेन का करने जा रहा था, अब उस प्रोजेक्ट को ड्रॉप कर देगा। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया कहते हैं कि भविष्य को देखते हुए अयोध्या हाई वे काफी चौड़ा है। अगर प्रतिदिन एक लाख से अधिक भी भक्त जाएंगे, तो भी कोई हाई वे को लेकर परेशानी नहीं होगी। वर्तमान में अगर छह लेन का काम शुरू करते हैं तो राम मंदिर उद्घाटन से पहले सड़के खुद जाएंगी और भक्तों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। यही नहीं कई जगह हाई वे चौड़ीकरण को लेकर तकनीकी दिक्कतें भी हैं। इसलिए अन्य हाई वे जो अयोध्या से आकर मिल रहे हैं, वहां फोकस करके, उन्हें बेहतर किया जाएगा।
भक्त संपूर्ण देश से आएंगे और आवागमन में परेशानी न हो। इसलिए अयोध्या हाई वे को ही बेहतर किया जाएगा। हाई वे में अगर कही कोई अतिक्रमण हैं तो उसे भी हटाया जाएगा। करीब सवा सौ किमी. के पैच को अयोध्या में बन रहे राम पथ तक दुरुस्त करने की तैयारी है। पूरा प्रयास है कि अगस्त 2023 में काम अयोध्या हाई वे से जुड़ा शुरू कर दिया जाए और दिसंबर 2023 तक इसे पूरा कर लिया जाए। फिलहाल छह लेन हाई वे का प्लान ड्राप आउट कर दिया गया है। पुराने हाई वे को ही नए की तरह बनाएगा एनएचएआइ। राम मंदिर के उद्घाटन से पहले हम अपना काम पूरा कर लेंगे। सौरभ चौरसिया, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ
साभार : दैनिक जागरण
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