जयपुर. राजस्थान में 19 नए जिले बनाए गए हैं। शुक्रवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में इन जिलों के नोटिफिकेशन को मंजूरी दी गई। जिसमें जयपुर और जोधपुर को बांटकर दो-दो जिले बनाए गए हैं। इनके नगर निगम क्षेत्र को जयपुर, जोधपुर और इससे बाहर वाली तहसीलों को जयपुर ग्रामीण और जोधपुर ग्रामीण में शामिल किया गया है।
पहले राज्य में 33 जिले थे, 19 नए जिले बनने के बाद अब यह संख्या 50 हो गई है। पाली, सीकर, बांसवाड़ा को संभाग बनाया गया है, इसके बाद अब राज्य में 10 संभाग हो गए हैं। सीएम अशोक गहलोत ने कहा- 7 अगस्त को प्रभारी मंत्री नए जिलों का उद्घाटन करेंगे। सरकार ने नए जिलों में IAS और IPS अफसरों को OSD (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) लगाया था। नए जिलों का नोटिफिकेशन जारी होते ही उनका पद कलेक्टर और एसपी हो गया। यहां कलेक्टर, एसपी और जिला लेवल के ऑफिस खुलेंगे।
राजस्व मंत्री बोले- आगे और नए जिले बनाएंगे
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा- सीएम ने इतिहास बनाया है। मेरी मांग है कि आगे और भी जिले बनाए जाएं। सरकार राज्य में कुछ छोटे जिले भी बनाए। जनता और बीजेपी की ओर से प्रदेश में और जिले बनाने की मांग की जा रही है।
दूदू सबसे छोटा, जैसलमेर सबसे बड़ा जिला
राजस्थान में अब दूदू सबसे छोटा जिला होगा। दूदू जिले में एक ही विधानसभा क्षेत्र रहेगा। क्षेत्रफल के हिसाब से जैसलमेर अभी भी सबसे बड़ा जिला है।
19 नए जिलों की घोषणा की थी, जयपुर-जोधपुर पहले से थे, इसलिए 17 ही नए बने
सरकार ने 19 नए जिलों की घोषणा की थी। जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर उत्तर और जोधपुर दक्षिण जिलों की घोषणा पर विवाद हो गया था। जयपुर और जोधपुर जिलों को उत्तर व दक्षिण में बांटने पर भारी विरोध हुआ। सरकार ने बाद में बीच का रास्ता निकालते हुए इन जिलों का नाम जयपुर, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर और जोधपुर ग्रामीण कर दिया। जयपुर और जोधपुर जिले पहले से ही थे, इसलिए असल में 19 की जगह 17 ही नए जिले बने। 33 जिले पहले से थे। अब इन नए 17 जिलों को मिलाकर प्रदेश में 50 जिले हो गए हैं।
साभार : दैनिक भास्कर
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