मंगलवार, मई 14 2024 | 12:38:06 PM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / कोरोना का नया वेरिएंट EG.5.1 मिला, एशिया में होगा ज्यादा असर

कोरोना का नया वेरिएंट EG.5.1 मिला, एशिया में होगा ज्यादा असर

Follow us on:

लंदन. दुनिया के ऊपर से अभी कोविड का साया खत्म नहीं हुआ है. 2020 में शुरू हुई ये महामारी लगभग तीन साल बाद भी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कोविड वायरस के अलग-अलग वेरिएंट दुनियाभर में सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में ब्रिटेन में एक नए कोविड वेरिएंट के फैलने की जानकारी सामने आई है. यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने इसकी जानकारी दी है.

UKHSA की मानें तो ब्रिटेन में सामने आ रहे हर सात में से एक केस इस वेरिएंट से जुड़ा हुआ है. वैज्ञानिकों ने नए वेरिएंट को EG.5.1 नाम दिया है. EG.5.1 वेरिएंट कोविड के ओमिक्रोन वेरिएंट से निकला है. UKHSA का कहना है कि नए वेरिएंट के ज्यादातर मामले एशिया में देखने को मिले हैं. ब्रिटेन में 31 जुलाई को EG.5.1 को नए वेरिएंट के तौर पर दर्ज किया गया.

ब्रिटेन में नए वेरिएंट से बढ़े केस

स्काई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 जुलाई से शुरू हुए हफ्ते में पहले 9 में से हर एक केस EG.5.1 वेरिएंट से जुड़ा था. नए डाटा से पता चलता है कि ब्रिटेन के कुल नए कोविड केस में इसकी हिस्सेदारी 14.6% है. ये ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा दूसरा सबसे खतरनाक वेरिएंट बना है. नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है और इस वजह से ही कोविड केसों में इजाफा हो रहा है.

हालात पर नजर बनाए हुए हैं अधिकारी

ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा है कि वे हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं. UKHSA में इम्युनाइजेशन की प्रमुख डॉ मैरी रामसे ने कहा, ‘हमने हर उम्र के लोगों में खासतौर पर बुजुर्मों के बीच अस्पताल में एडमिट होने के मामले बढ़ते हुए देखे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘फिलहाल अस्पताल में एडमिट होने की दर बहुत कम है और ICU में ज्यादा लोग एडमिट नहीं हैं. हम हालात पर करीबी नजर रख रहे हैं.’

WHO की नए वेरिएंट पर नजर

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) का कहना है कि उसने EG.5.1 वेरिएंट पर पिछले दो हफ्तों से नजर रखना शुरू किया है. WHO के डायरेक्टर टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा कि भले ही लोग वैक्सीन की वजह से सुरक्षित हैं, लेकिन इसका कतई ये मतलब नहीं है कि कोई भी देश ढिलाई बरते. सभी सरकारों से गुजारिश की जाती है कि वे अभी कोविड-19 को लेकर बनाए गए सिस्टम को खत्म नहीं करें.

साभार : एबीपी न्यूज़

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www.amazon.in/dp/9392581181/

https://www.flipkart.com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

भारत के चुनाव में दखल देने की कोशिश कर रहा है अमेरिका : रूस

मास्को. भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव के बीच रूस ने सनसनीखेज दावा किया है. …