गुरुवार , मई 02 2024 | 03:04:35 PM
Breaking News
Home / अंतर्राष्ट्रीय / इजरायली सेना को मिली थीं हमास की 800 से अधिक सुरंगें, 500 की निष्क्रिय

इजरायली सेना को मिली थीं हमास की 800 से अधिक सुरंगें, 500 की निष्क्रिय

Follow us on:

गाजा. इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने अक्टूबर के अंत में शुरू हुए जमीनी हमले की शुरुआत के बाद से अब तक गाजा पट्टी में 800 से अधिक सुरंगों का पता लगाने का दावा किया है। द टाइम्स ऑफ इजरायल ने इसकी जानकारी दी। इजरायल रक्षा बलों का कहना है कि अक्टूबर के अंत में शुरू हुए जमीनी हमले की शुरुआत के बाद से सैनिकों ने गाजा पट्टी में 800 से अधिक सुरंग शाफ्ट की खोज की। आईडीएफ के अनुसार, इनमें से लगभग 500 सुरंगों को पहले ही निष्क्रिय कर दिया गया है।

आईडीएफ ने कहा कि इनमें से कई सुरंगें हमास की रणनीतिक के बीच महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करती हैं। द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, सेना ने सैकड़ों किलोमीटर तक के व्यापक सुरंग नेटवर्क को नष्ट करने का दावा किया है। ये सुरंग नागरिक क्षेत्रों में अक्सर शैक्षणिक संस्थानों, किंडरगार्टन, मस्जिदों और खेल के मैदानों के पास या अंदर होते हैं। कुछ मामलों में, आईडीएफ सैनिकों को कथित तौर पर इन सुरंगों के अंदर हमास से संबंधित हथियार मिले।

आईडीएफ के अरबी भाषा के प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल अविचाई अद्राई ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से हमास की शेजैया बटालियन को कड़ी चेतावनी जारी की। इसमें कहा गया है कि, यह एक अंतिम नोटिस है। आप सभी निशाने पर हैं। अद्राई ने शेजैया बटालियन के कमांडरों की एक तस्वीर साझा करते हुए घोषणा की और हमास के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के लिए आईडीएफ की प्रतिबद्धता पर जोर दिया और उनके सामने दो विकल्प प्रस्तुत किए: आत्मसमर्पण और हथियार डालना।

वहीं गाजा पट्टी से इजरायल के दक्षिणी शहर सडेरोट पर दो रॉकेट दागे गए हालांकि, द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। शहर के ऊपर आयरन डोम द्वारा कई अन्य रॉकेटों को रोका गया। इन घटनाक्रमों के जवाब में, हमास ने कहा है कि बंदी-कैदी अदला-बदली वार्ता तब तक फिर से शुरू नहीं होगी जब तक गाजा में इजरायली हमला समाप्त नहीं हो जाता। दूसरी ओर, इजरायल ने हमास द्वारा संघर्ष विराम समझौते की शर्तों के उल्लंघन का हवाला देते हुए शनिवार को कतर से अपने वार्ताकारों को वापस बुला लिया।

साभार : दैनिक जागरण

भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं

https://www।amazon।in/dp/9392581181/

https://www।flipkart।com/bharat-1857-se-1957-itihas-par-ek-drishti/p/itmcae8defbfefaf?pid=9789392581182

मित्रों,
मातृभूमि समाचार का उद्देश्य मीडिया जगत का ऐसा उपकरण बनाना है, जिसके माध्यम से हम व्यवसायिक मीडिया जगत और पत्रकारिता के सिद्धांतों में समन्वय स्थापित कर सकें। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हमें आपका सहयोग चाहिए है। कृपया इस हेतु हमें दान देकर सहयोग प्रदान करने की कृपा करें। हमें दान करने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें -- Click Here


* 1 माह के लिए Rs 1000.00 / 1 वर्ष के लिए Rs 10,000.00

Contact us

Check Also

पाकिस्तानी व्यापारियों ने शहबाज शरीफ से किया भारत से व्यापार शुरू करने का अनुरोध

इस्लामाबाद. पाकिस्तान में व्यापारी वर्ग के लोगों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से व्यापार को बढ़ावा देने …