लखनऊ. अलीगढ़ में डबल लव जिहाद का मामला सामने आया है। एक ही शख्स ने एक ही घर के की दो बहनों के साथ गंदा काम किया है। पहले बड़ी बहन और फिर बाद में अब नाबालिग लड़की को ले जाकर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था। लड़की की मां की शिकायत के बाद पुलिस ने नाबालिग लड़की बरामद कर लिया है।
अलीगढ़ कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली एक शादीशुदा युवती करीब 6 वर्ष पूर्व एक कारखाने में काम करती थी। वहां उसकी नजदीकी जावेद नाम के युवक से हो गई। जावेद उसको बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। उसके दो बच्चे थे और जावेद ने उसका पति से तलाक करा दिया। वह तभी से जावेद के साथ ही रह रही है। उसके बाद जावेद ने अपनी साली जो नाबालिग है उस पर भी बहला-फुसलाकर डोरे डालना शुरू कर दिया और उसको भी अपने साथ ले गया। पीड़ित नाबालिक लड़की की मां ने थाने में जावेद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया है और मामले में आरोपी की तलाश कर रही है।
लड़की का बयान
पीड़ित लड़की ने जानकारी देते हुए बताया है कि मेरी बहन कारखाने में काम करती थी और वह लड़का भी काम करता था, वह मेरी बहन के साथ निकाह करना चाहता था, धर्म परिवर्तन कराना चाहता था, मेरी बहन ने मना कर दी तो उसकी 10 महीने की बच्चे छोड़ कर वह मेरे पीछे पड़ गया, मेरे से निकाह करना चाह रहा था, मेरा धर्म परिवर्तन कराना चाह रहा था, मेरे विरोध करने पर मेरे साथ जबरदस्ती कर रहा था और मेरे साथ मारपीट कर रहा था, मैंने उसे मना कर दी, मैं अपनी मम्मी के साथ रहूंगी।
मां ने क्या कहा
पीड़ित लड़की की मां ने जानकारी देते हुए बताया है कि पहले तो उसने मेरी बड़ी बेटी को अपने साथ रखा। अब वह मेरी छोटी बेटी को ले गया। अब वह बेटी से कह रहा था हम तुम्हें मुसलमान बना कर रखेंगे, हम ने मना कर दिया, हम हिंदू हैं, हिंदू से शादी करेंगे। आरोपी भुजपुरा का रहने वाला है,पीड़ित लड़की की मां की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद लड़की को बरामद किया है।
भाजपा का आरोप
भारतीय जनता पार्टी के नेता विनय वार्ष्णेय ने जानकारी देते हुए बताया कि यह पूरा मामला लव जिहाद का है। एक कारखाने में काम करने वाली गरीब लड़की को बहला-फुसलाकर पति से तलाक करने के बाद अपने साथ ले गया, धर्म परिवर्तन के लिए उसकी बातों में नहीं आई तो उसे घर छोड़ दिया गया, छोड़ जाने के बाद उससे जो छोटे वाली बहन है, जिसकी उम्र मात्र 14 से 15 साल है, उसे अपने साथ ले गया, नाबालिग बच्ची से भी इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए पीछे पड़ गया। उसके साथ मारपीट की गई, उसने इस्लाम धर्म कबूल नहीं किया तो उसे छोड़ दिया गया, वह पूरा परिवार परेशान रहा है, उसकी मां बीमार रही है, हॉस्पिटल में एडमिट रही हैं, भाजपा के लोगों ने मदद करी उसके बाद बच्ची सकुशल अपने घर वापस आ गई है।
साभार : टाइम्स नाऊ
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं