इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना केस में गिरफ्तार कर लिया गया है। लाहौर पुलिस ने PTI चेयरमैन को उनके जमान पार्क स्थित घर से अरेस्ट किया। इस्लामाबाद की ट्रायल कोर्ट ने उन्हें 3 साल की सजा सुनाई है। साथ ही अगले 5 साल तक वो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। कोर्ट ने पूर्व पाकिस्तानी PM पर एक लाख पाकिस्तानी रुपए का जुर्माना भी लगाया है। इमरान की पार्टी PTI के मुताबिक, खान को लाहौर की कोट लखपत जेल ले जाया गया है। फैसले के वक्त कोर्ट ने कहा- PTI चेयरमैन इमरान ने तोशाखाना मामले में पाकिस्तान के चुनाव आयोग को गलत जानकारी दी थी। वो भ्रष्टाचार में लिप्त थे। अदालत ने शनिवार को सुनवाई के बाद 12:30 बजे तक फैसला रिजर्व कर लिया था।
गिरफ्तारी पर इमरान खान ने कहा- मैं देश के लिए संघर्ष कर रहा
इमरान खान ने गिरफ्तारी के बाद अपना एक वीडियो ट्वीट किया है। इसमें खान ने बताया है कि उन्हें गिरफ्तारी की पहले से ही जानकारी थी। इसलिए उन्होंने वीडियो को पहले ही रिकॉर्ड कर लिया था।खान ने कहा है कि वो देश को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। खान ने अपने समर्थकों से कहा- मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि आप चुप नहीं बैठें। जो संघर्ष मैं कर रहा हूं वो मेरे लिए नहीं है। ये देश के लिए है। आप के बच्चों के भविष्य के लिए है। खान ने कहा कि अगर आप अपने हकों के लिए नहीं खड़े होंगे तो आप गुलामी की जिंदगी जीएंगे।
हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती दे सकते हैं खान
इसके बाद भी जब इमरान कोर्ट नहीं पहुंचे तो एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज हुमायूं दिलावर ने फैसला सुना दिया। अब इमरान खान ट्रायल कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं। फैसला आने से पहले खान ने मामले की सुनवाई के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन दोनों ही अदालतों ने कहा था कि ट्रायल कोर्ट में सुनवाई पूरी होने से पहले वो इसमें दखल नहीं देंगे।
पत्नी बुशरा भी आरोपी
- तोशाखाना केस दो तरह से चल रहा है। इसमें इमरान की सुनवाई अदालत में हो रही है। इसके अलावा उनकी पत्नी बुशरा बीबी को एंटी करप्शन एजेंसी पूछताछ के लिए बुला रही है, क्योंकि तोशाखाना के करोड़ों रुपए के तोहफे बुशरा ने ही बेचने के लिए दिए थे।
- बुशरा बीबी को भी जांच एजेंसी के सामने पेश होना है। अब तक कुल 13 बार बुशरा को जांच एजेंसी ने पेश होने के लिए नोटिस दिया है, लेकिन वो एक भी बार पेश नहीं हुईं। इसके बाद जांच एजेंसी ने अखबारों में एक इश्तिहार निकलवाया और कहा कि अगर बुशरा बीबी पेश नहीं हुईं तो उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा।
- इसके बाद इमरान ने एक पिटीशन लाहौर हाईकोर्ट में दायर की थी। कहा- मेरी पत्नी घरेलू महिला हैं और उनका सियासत से कोई ताल्लुक नहीं है। लिहाजा, उन्हें पूछताछ से राहत दी जाए। दूसरी तरफ, इसी रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरान के खिलाफ बेहद पुख्ता सबूत हैं और यही वजह है कि वो किसी न किसी बहाने से सुनवाई को लंबे वक्त तक लटकाना चाहते हैं।
साभार : दैनिक भास्कर
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