मुंबई. एनसीपी में हुई बगावत के बाद शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर कार्यकारिणी की मीटिंग हुई। इस बैठक में अजित पवार गुट के ख़िलाफ़ कई प्रस्ताव पारित हुए हैं। शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और शिंदे सरकार में शामिल होनेवाले 9 विधायकों को पार्टी से निकाल दिया है। उधर, मुंबई में अजित पवार की भी मीटिंग हुई है। NDA में शामिल RSP के अध्यक्ष रामदास अठावले आज अजित पवार के घर जाकर उनसे मिले। इनके अलावा भी कई और नेताओं से अजित पवार की मीटिंग की ख़बर है।
शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- मैं चाहे 82 का हो जाऊं या 92 का, मैं अभी भी प्रभावी हूं, एनसीपी का अध्यक्ष मैं ही हूं। कोई क्या कहता है उसकी अहमियत नहीं है। आज की बैठक ने हमारा मनोबल बढ़ाने में मदद की है। अजित पवार ने शरद पवार की मीटिंग पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। कहा-30.06.2023 को NCP के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मुझे चुना गया है, जिसमें NCP के चुने हुए प्रतिनिधियों का बहुमत के साथ समर्थन होने के साथ-साथ विभिन्न संगठनात्मक पद पर कार्यरत सदस्यों का भी व्यापक समर्थन है। पार्टी का नाम और प्रतीक हमारे गुट को प्रदान किए जाएं इसके लिए चुनाव आयोग में याचिका दी गई है। अब वास्तविक NCP का प्रतिनिधित्व कौन करता है इस पर फैसला चुनाव आयोग के विशेष अधिकार में आता है। इसलिए कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का कोई अधिकार नहीं है। 06.07.2023 को नई दिल्ली में बुलाई गई बैठक का कोई कानूनी महत्व नहीं है।
साभार : इंडिया टीवी
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