मुंबई. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार (6 अगस्त, 2023) को पुणे में एनसीपी नेता अजित पवार को लेकर कहा कि आपने यहां आने में बहुत देर कर दी, आपके लिए यह जगह सही है. अजित पवार पिछले महीने बीजेपी और सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के गठबंधन में शामिल होकर नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) हिस्सा बन गए.
अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत में अजित पवार को उप मुख्य्मंत्री बनने के लिए बधाई दी. कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे. अमित शाह ने कहा, ‘मैं पहली बार अजित पवार के साथ मंच पर बैठा हूं. अजित पवार अभी सही जगह और योग्य जगह पर बैठे है. यहां आने अजित पवार आपने काफी लेट किया.’
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि देश में लोगों का सपना था, उनका घर बन जाए, उनके घर में बिजली आ जाए. एक गरीब के मन में जो भी सपना होता है वो सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 साल में पूरा किया. उन्होंने कहा कि गरीब काम करना चाहता है, लेकिन उसके पास पूंजी नहीं है, इसका जवाब सहकारिता आंदोलन है. सहकार से समृद्धि का मतलब है छोटे से छोटे व्यक्ति को मौका देना. इस मंत्रालय से लोगों को मौका मिलेगा.
अमित शाह ने कहा, सहकार आंदोलन के लिए पारदर्शिता लानी चाहिए
अमित शाह ने आगे कहा, ‘सहकार आंदोलन के लिए हमें पारदर्शिता लानी होगी, और जवाबदेही तय करना होगा. हमने सफलताओं के कई उदाहरण दुनिया के सामने रखे हैं. नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमने ये तय किया है कि आनेवाले 5 साल में 3 लाख नए पैक्स बनाएंगे. आज सुबह मैंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से कहा कि महाराष्ट्र को इन योजनाओं का सबसे ज्यादा फायदा लेना चाहिए.’
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एक सहकारी कॉपरेटिव डेटा तैयार किया जा रहा है, जिससे पता चल जाएगा कि कौन से गांव में कॉपरेटिव आंदोलन नहीं है. इससे युवाओं को जोड़ा जाएगा. उन्होंने आगे किसानों को लेकर बात करते हुए कहा कि किसान अपने प्रोडक्ट को एक्सपोर्ट नहीं कर पा रहे थे. अब मल्टी एक्सपोर्ट समिति यह काम करेगी, जिसका फायदा किसानों को होगा. उन्होंने बताया कि अगर आपके बास ढाई बिगहा जमीन है तो आप बीज का उत्पादन कर सकते हो, पहले यह संभव नहीं था.
अमित शाह बोले- हमने 10 हजार करोड़ की घोषणा की
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों से बात की कि महाराष्ट्र का कोई भी कॉपरेटिव शुगर कारखाना ऐसा नहीं होना चाहिए, जो इथेनॉल ना बनाता हो. उन्होंने कहा, ‘हमने 10 हजार करोड़ की घोषणा है, आप भूल जाइए, आपको जितना पैसा चाहिए हम फाइनेंस करेंगे. मैं इतना ही कहना चाहता हूं प्रधानमंत्री ने 5 ट्रिलियन इकोनामी का लक्ष्य रखा है महाराष्ट्र की को-ऑपरेटिव सोसाइटी से मैं यह कहना चाहता हूं. हमें भी इसमें को-ऑपरेटिव सेक्टर का क्या लक्ष्य होगा क्या रोल होगा इसे तय करना चाहिए.’
साभार : एबीपी न्यूज़
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