इस्लामाबाद. पाकिस्तान के कराची में एक और लश्कर आतंकी हंजला अदनान की हत्या करने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हंजला पर 2-3 दिसंबर की रात हमला हुआ था। अज्ञात हमलावरों ने उसपर 4 गोलियां चलाई थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले के बाद पाकिस्तानी आर्मी गुपचुप तरह से हंजला को अस्पताल ले गई, जहां 5 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। अदनान 2015 में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में BSF काफिले पर हमले का मास्टरमाइंड था। इस हमले में 2 जवान शहीद हुए थे, जबकि 13 घायल हुए थे। इसके अलावा हंजला ने अगले ही साल 2016 में पंपोर में CRPF के काफिले पर भी हमला करवाया था, जिसमें 8 जवान शहीद हो गए थे।
PoK के लश्कर कैंप में आतंकियों को ट्रेनिंग देता था हंजला
वहीं पुलवामा हमले को अंजाम देने में भी हंजला ने अहम भूमिका निभाई थी। वो 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी माना जाता है। हंजला PoK के लश्कर कैंप में नए भर्ती हुए आतंकियों को ट्रेनिंग देने के लिए जिम्मेदार था। इनमें ज्यादातर वो आतंकी होते थे, जिन्हें भारत में घुसपैठ के लिए तैयार किया जाता था। अदनान को लश्कर कम्युनिकेशन एक्सपर्ट भी कहा जाता था। 2015 में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आतंकियों ने BSF के काफिले को निशाना बनाया था। तीन आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें एक जिंदा पकड़ा गया था। इस दौरान जवानों और आतंकियों के बीच 4 घंटों तक मुठभेड़ चली थी।
5 अगस्त 2015 को आतंकियों ने BSF की बस पर किया था हमला
दरअसल, उधमपुर में BSF की बस पर हमला करने वाले आतंकी बस के अंदर घुसकर जवानों की हत्या करना चाहते थे। लेकिन वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए थे। 5 अगस्त 2015 की सुबह 7:30 बजे आतंकियों ने जैसे ही बस के टायर पर गोलियां बरसाई बस रुक गई।कोई कुछ समझ पाता एक आतंकी ने बस का दरवाजा खोलने की कोशिश की। BSF जवान रॉकी ने बस का गेट अंदर की तरफ खींचे रखा। जब गेट नहीं खुला तो उसने गेट के बाहर से ही रॉकी पर ऐके-47 से फायर करना शुरू कर दिए थे। इस हमले में कॉन्स्टेबल शुभेंदु रॉय भी शहीद हुआ था।
2016 में CRPF की बस पर किया था हमला
इस हमले के अगले साल 2016 में फिर से लश्कर आतंकियों ने जवानों को निशाना बनाया था। इस बार आतंकियों ने CRPF की बस पर हमला किया था। इसमें हेड कॉन्स्टेबल वीर सिंह, सतीश चंद्र और कैलाश यादव सहित 8 जवान शहीद हुए थे। पाकिस्तान में पिछले 3 महीनों में 12 से ज्यादा आतंकियों की हत्या हो चुकी है। ये वो आतंकी हैं, जो भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल थे। हालांकि, अब तक पाकिस्तान और वहां के आतंकी संगठन इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। मारे गए सभी आतंकी लश्कर ए तैयबा यानी LeT, हिजबुल मुजाहिद्दीन, जैश-ए-मुहम्मद यानी JeM और खालिस्तान मूवमेंट से जुड़े थे।
खुलकर भारत का नाम नहीं ले रहा पाकिस्तान
इन आतंकियों की हत्याओं का सिलसिला 2021 में मुंबई हमलों के मास्टरमांइड हाफिज सईद के घर पर हुए अटैक से शुरू हुआ था। तब से हुई सभी आतंकियों की हत्याओं में एक ही तरह का पैटर्न दिखता है। हर एक मर्डर में बाइक सवार लड़के आते हैं और भारत में आतंक फैलाने के आरोपियों को मारकर भाग जाते हैं। मामले की जांच में शामिल पाकिस्तानी अधिकारी खुलकर भारत का नाम नहीं ले रहे हैं।
उनका कहना है कि इन हत्याओं के पीछे विरोधी देश की इंटेलिजेंस एजेंसी है। पाक अधिकारी के मुताबिक इस देश (भारत) ने लोकल हत्यारों का एक नेटवर्क बनाया है। इसे वो गल्फ देशों में बैठे ऑपरेटिव्स के जरिए चलाता है। पाकिस्तान के इंटेलिजेंस सूत्र के मुताबिक भारत सालों से आतंकियों के नाम और उनके ठिकानों की जानकारी पाकिस्तान के साथ शेयर कर रहा है। इनमें से ज्यादातर अब मारे जा चुके हैं।
साभार : दैनिक भास्कर
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