मुंबई. रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना और अनिल कपूर स्टारर फिल्म ‘एनिमल’ 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म को रिलीज हुए 1 हफ्ता हो चुका है और अभी भी ये दर्शकों की पहली पसंद बनी हुई है. एक तरफ जहां कई लोगों ने फिल्म की जमकर तारीफ की है तो एक वर्ग ऐसा भी है जो फिल्म की आलोचना कर रहे हैं. फिल्म में कई हिंसात्मक सीन दिखाए गए हैं. वहीं रणबीर कपूर के किरदार का गुस्सैल रवैया और मेकर्स का इसे जस्टिफाई करना भी पसंद नहीं आ रहा है. इस बीच ये मामला अब संसद तक पहुंच गया है. कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने रणबीर कपूर की फिल्म को लेकर अपना दर्द जाहिर किया है.
रंजन ने फिल्म में दिखाए गए हिंसात्मक सीन पर नाराजगी जाहिर की है. उनका कहना है कि इसका युवाओं पर गलत असर हो रहा है. रंजीत रंजन के अनुसार, उनकी बेटी रणबीर कपूर की एनिमल देखने गई थी और आधी रात को थिएटर से रोते हुए बाहर चली आई और घर आकर भी काफी दुखी थी. उन्होंने कहा कि, फिल्म समाज का आईना होती हैं और समाज पर भी इनका बहुत असर होता है. खास तौर पर युवा वर्ग फिल्मों से काफी प्रेरित होता है. हिंसा अन्य फिल्मों में भी दिखाई जाती है. लेकिन, इस फिल्म (एनिमल) में बहुत ज्यादा हिंसा दिखाई गई है.
उन्होंने कहा- ‘फिल्में समाज का आइना होती हैं. हम लोग भी सिनेमा देखते हुए ही बड़े हुए हैं. समाज पर इसका गहरा प्रभाव होता है. खासकर युवा फिल्मों से बहुत प्रेरित होते हैं. आजकल कुछ ऐसी फिल्में आ रही हैं, जिनमें काफी हिंसा दिखाई जा रही है. अभी-अभी एक फिल्म आई है, एनिमल. मेरी बेटी के साथ कॉलेज में बहुत सी बच्चियां पढ़ती हैं. वह एनिमल देखने गई थीं. लेकिन, वो फिल्म को आधे में छोड़कर ही बाहर आ गईं और रोते हुए थिएटर से बाहर निकलीं.’
रंजन ने आगे कहा- ‘आखिर एक फिल्म में इतनी हिंसा क्यों? फिल्मों में महिलाओं के साथ हिंसा और अपमान को जस्टिफाई करना बिलकुल ठीक नहीं है. मुझे लगता है कि कबीर सिंह में शाहिद कपूर का किरदार जिस तरह अपनी प्रेमिका के साथ व्यवहार करता है और इस फिल्म का किरदार जिस तरह अपनी पत्नी के साथ व्यवहार करता है, उसे फिल्म में जस्टिफाई करते दिखाया गया है. जिस पर विचार करना बहुत ज्यादा जरूरी है.’
साभार : न्यूज़18
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