लखनऊ (मा.स.स.). मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन तथा आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल के निर्देशन में आबकारी विभाग ने अब तक का अधिकतम वार्षिक राजस्व अर्जित किया है। आबकारी विभाग राज्य के राजकोष में सतत योगदान दे रहा है जिसका उपयोग राज्य के सतत विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं में होता है। आबकारी विभाग राजस्व सवंर्धन के साथ साथ एथनाल एवं औद्योगिक विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। संजय आर. भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव, आबकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्ष 2022-23 में विभाग द्वारा रू. 41,252.24 करोड़ , जो अब तक का सर्वाधिक वार्षिक राजस्व है, अर्जित किया गया है। यह गतवर्ष प्राप्त राजस्वर रू. 36,321.12 करोड़ से 4,931.12 करोड़ अर्थात् 13.58 प्रतिशत अधिक है।
इसी क्रम में सेंथिल पांडियन सी., आबकारी आयुक्तत, उत्त र प्रदेश द्वारा बताया गया कि आबकारी विभाग नकली शराब के उत्पादन पर पूरी तरह से नकेल कस चुका है और पिछले वित्तीय वर्ष में अवैध शराब के सेवन से अप्रिय घटना नहीं हुई है, यह जिला प्रशासन, पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों के टीम वर्क के कारण सम्भव हो सका है। आबकारी, पुलिस और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से विशेष अवसरों और त्यौहारों के अवसर पर 07 विशेष प्रवर्तन अभियान चलाए गए। जीएसटी विभाग और परिवहन विभाग से भी इस अभियान में आवश्यकतानुसार सहयोग लिया गया। विशेष प्रवर्तन अभियानों के अन्त र्गत 2,10,465 छापे मारे गये तथा 27,491 मुकदमे दर्ज करते हुए 7.52 लाख ली0 अवैध शराब की बरामदगी की गयी। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 9,380 अभियुक्तों् को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम के साथ-साथ अन्य7 सुसंगत धाराओं में मुकदमें पंजीकृत किये गये तथा अवैध मदिरा के परिवहन में प्रयुक्त होने वाले 225 वाहन जब्त किये गये।
आबकारी आयुक्त, द्वारा यह भी बताया गया कि वर्ष 2022-23 में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं तस्कबरी के विरूद्ध 7,63,278 छापे मारे गये तथा 91,100 मुकदमे दर्ज करते हुए 26.68 लाख ली0 अवैध शराब की बरामदगी की गयी। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 29,701 अभियुक्तोंख को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम के साथ-साथ अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमें पंजीकृत किये गये तथा अवैध मदिरा के परिवहन में प्रयुक्त होने वाले 692 वाहन जब्त किये गये। अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और तस्करी के संबंध में जन सामान्य से सूचनायें प्राप्त करने के लिये आबकारी मुख्यालय, प्रयागराज में टोल फ्री नम्बर टोल नंबर ‘‘14405’’ और व्हाट्सएप नंबर 9454466019 कार्यरत है, जो 24×7 सतत क्रियाशील है।
आबकारी आयुक्त् द्वारा यह भी बताया गया कि अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिये ग्राम स्त्र पर चौकीदारों, लेखपालों तथा अनुज्ञापियों के साथ लगातार बैठके आयोजित कर अवैध शराब की बिक्री के अड्डों की सूचना प्राप्तल करते हुए कार्यवाही की गई। आबकारी दुकानों की आकस्मिक निरीक्षण तथा ओवर रेटिंग की रोकथाम के लिये लगातार टेस्टै परचेजिंग कराई गई तथा किसी प्रकार की गम्भीोर अनियमितताओं के प्रकरणों में लाइसेंस निरस्तींकरण की कार्यवाही की गई तथा अनुज्ञापी एवं विक्रेता के विरूद्ध् भी कठोर कार्यवाही की गई। शीरा, अल्कोगहल एवं मदिरा के परिवहन की पूरी निगरानी के लिए राज्य में केवल जीपीएस लगे वाहनों का ही प्रयोग किया जा रहा है। शराब की डिस्टलरीज, थोक अनुज्ञापनों एवं फुटकर दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रावधान किया गया है। आसवनी में सम्भावित चोरी की रोकथाम के लिये शीरा एवं अल्कोीहल को ले जाने वाले वाहनों में डिजी लॉक का उपयोग करके डिजिटल रूप से लॉक किया जा रहा है। उपभोक्ताओं को मानक मदिरा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए डिस्टलरीज और फील्ड अधिकारियों को डिजिटल अल्कोहलोमीटर उपलब्ध कराये गये हैं।
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