नई दिल्ली (मा.स.स.). अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 के उपलक्ष्य में 10 से 31 मार्च तक पूरे भारत में आयोजित खेलो इंडिया दस का दम कार्यक्रम के 1500+ खेल प्रतिस्पर्धाओं में देश भर की 1,00,000+ महिलाओं ने भाग लिया। मध्य प्रदेश राज्य से सबसे अधिक 30975 महिला एथलीटों ने 580 स्पर्धाओं में भाग लिया। केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 10 मार्च को जेएलएन स्टेडियम में खेलो इंडिया दस का दम कार्यक्रम का उद्घाटन किया था।
मध्य प्रदेश के बाद आंध्र प्रदेश की कुल 17011 महिला एथलीटों ने 150 स्पर्धाओं में भाग लिया। कार्यक्रम, राज्य और जिला प्रशासन द्वारा राज्यों और राज्य के शहरों/जिलों, विश्वविद्यालयों के परिसरों/कॉलेजों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों समेत एसएआई क्षेत्रीय केंद्रों, एसएआई प्रशिक्षण केंद्रों, विस्तार केंद्रों, खेलो इंडिया केंद्रों, खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्रों और खेलो इंडिया मान्यता प्राप्त अकादमिओं में आयोजित किए गए थे। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और अन्य हितधारकों के परामर्श और समर्थन में राष्ट्रीय खेल संघ भी अपनी राज्य या जिला इकाई के माध्यम से इस आयोजन में शामिल हुए।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के खेल विभाग ने खेलो इंडिया योजना में महिलाओं के लिए खेल घटक के तहत, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह को, देश भर में महिलाओं के विभिन्न आयु समूहों के लिए खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ एकीकृत किया। दस का दम कार्यक्रम, जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर से केरल में त्रिशूर तक और असम में कोकराझार से महाराष्ट्र में अमरावती तथा मध्य प्रदेश में जबलपुर तक आयोजित किये गए थे। खेल स्पर्धाओं में खो-खो, तैराकी, एथलेटिक्स, वुशु, तीरंदाजी, तलवारबाजी, जूडो, भारोत्तोलन, हॉकी और योगासन शामिल थे।
सोशल मीडिया पर खेलो इंडिया दस का दम को अत्यधिक समर्थन मिला है। कुल पहुंच (रीच) 140 मिलियन थी और इस आयोजन के दौरान इंटरेक्शन(बातचीत) की कुल संख्या 1.4 मिलियन से अधिक रही। दस का दम कार्यक्रम, पिछले एक साल के दौरान आयोजित विभिन्न खेलो इंडिया महिला लीगों के आयोजन की निरंतरता थी। महिला लीग में विभिन्न आयु समूहों की 23,000 से अधिक महिला एथलीटों ने 240 से अधिक प्रतिस्पर्धाओं में भाग लिया। खेलो इंडिया महिला लीग का आयोजन 27 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 50 से अधिक शहरों में किया गया। लीग के विभिन्न चरणों के दौरान कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी स्थापित किए गए।
इन लीगों का मुख्य उद्देश्य न केवल घरेलू प्रतियोगिता संरचना और प्रतिभा की पहचान प्रक्रिया को मजबूत करना था, बल्कि प्रतिस्पर्धा करने और करियर के रूप में खेल को चुनने के लिए महिला एथलीट को सशक्त बनाना भी था।
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