मुंबई. गंगाजल पर जीएसटी लगाये जाने को लेकर सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम यानि सीबीआईसी ने सफाई जारी की है. सीबीआईसी ने गंगाजल पर जीएसटी लगाने की खबरों का खंडन किया है. सीबीआईसी ने कहा कि गंगाजल को तभी से जीएसटी से बाहर रखा गया है जब से देश में जीएसटी लागू हुआ है.
सीबीआईसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि गंगाजल पर जीएसटी लगाने की मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई है. सीबीआईसी ने लिखा, गंगाजल का इस्तेमाल पूरे देश में लोगों के द्वारा पूजा के लिए किया जाता है. पूजा सामग्री को जीएसटी से बाहर रखा गया है. 14वें और 15वें जीएसटी काउंसिल की बैठक जो 18-19 मई 2017 और 3 जून 2017 को हुई थी उसमें पूजा सामग्रियों पर जीएसटी लगाने को लेकर चर्चा की गई थी. इस बैठक में पूजा सामग्री को जीएसटी से मुक्त रखने का फैसला लिया गया था. जीएसटी के लागू होने के समय से ही गंगाजल को जीएसटी से बाहर रखा गया है.
दरअसल जैसे ही मीडिया रिपोर्ट्स में ये बातें सामने आई कि पवित्र गंगाजल पर 18 फीसदी का जीएसटी लगा दिया गया है इसे लेकर राजनीति शुूरू हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड दौरे पर है जहां गंगोत्री से गंगा निकलती है. ऐसे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गंगाजल पर जीएसटी लगाने को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एक्स पर लिखा, एक आम भारतीय के लिए मोक्षदायिनी गंगा का बेहद महत्व है. अच्छी बात है आज आप उत्तराखंड में हैं, पर आपकी सरकार ने पवित्र गंगाजल पर ही 18 फीसदी जीएसटी लगा दिया है. एक बार भी नहीं सोचा कि जो लोग अपने घरों में गंगाजल मंगवाते हैं उनपर इसका बोझ पड़ेगा.
गंगाजल पर जीएसटी लगाने की खबरों के सामने आने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से सरकार पर राजनीतिक हमला तेज हो गया. जिसके बाद वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाले सीबीआईसी ने स्पष्टीकरण जारी किया है जिसमें गंगाजल पर जीएसटी लगाने की बात को सिरे से खारिज कर दिया गया है.
साभार : एबीपी न्यूज़
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