मुंबई. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विज्ञापन से महाराष्ट्र में सियासी तूफान आ गया है. शिवसेना ने एक सर्वे का जिक्र करते हुए दावा किया है कि सीएम के तौर पर फडणवीस की तुलना लोग शिंदे को ज्यादा पसंद करते हैं. ‘‘राष्ट्र में मोदी, महाराष्ट्र में शिंदे सरकार’’ शीर्षक से छपे इस विज्ञापन को लेकर बयानबाजी तेज हो गई. बीजेपी ने नाराजगी जताई तो वहीं एनसीपी सहित अन्य विपक्षी दलों ने दावा किया कि बीजेपी और एकनाथ शिंदे में सब कुछ सही नहीं चल रहा है. यही नहीं विज्ञापन से बाल ठाकरे की तस्वीर गायब रहने पर भी सवाल उठाए.
इस विज्ञापन के बाद सवाल उठे कि क्या डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और सीएम एकनाथ शिंदे के बीच दूरी बढ़ गई है. दरअसल, फडणवीस महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट निगम के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ नहीं गए. इसके अलावा वो मंगलवार (13 जून) को भी कोल्हापुर में होने वाले प्रोग्राम में भी नहीं शामिल हुए थे. ऐसा माना गया कि फडणवीस विज्ञापन को लेकर नाराज हैं. इस बीच शिंदे गुट की ओर से एक और विज्ञापन जारी किया गया. इसमें देवेंद्र फडणवीस, बाल ठाकरे और शिंदे के राजनीतिक गुरु आनंद दिघे दिख रहे हैं. विज्ञापन में लिखा गया कि जनता बीजेपी और शिवसेना गठबंधन के साथ है.
इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने विज्ञापन में बाल ठाकरे की फोटो ना होने पर शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी को ‘मोदी-शाह की शिवसेना’ करार दिया . उन्होंने बुधवार (14 जून) को नई ऐड पर कहा कि ये दिखाता है कि शिंदे के मन में क्या है. उन्होंने दावा किया कि शिंदे और बीजेपी की सरकार ताश के पत्तों की तरह गिर जाएगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि मेरे समझ नहीं आया कि सर्वे का सैंपल साइज क्या है. उन्होंने कहा, ”मैं उस शुभचिंतक की तलाश में हूं जिसने अखबारों में करोड़ों रुपये के विज्ञापन दिए. मुझे लगता है कि आज का डिजाइन (नई ऐड) दिल्ली से आया है.
विज्ञापन में दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री पद के लिए हुए एक सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र के 26.1 प्रतिशत लोग एकनाथ शिंदे को और 23.2 प्रतिशत लोग देवेंद्र फडणवीस को सीएम पद पर देखना चाहते हैं. इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र के 49.3 प्रतिशत लोग बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को पसंद करते हैं. विज्ञापन के मुताबिक, महाराष्ट्र में 30.2 प्रतिशत लोग बीजेपी को जबकि 16.2 प्रतिशत लोग (एकनाथ शिंदे नीत) शिवसेना को पसंद करते हैं. यह आंकड़ा दिखाता है कि महाराष्ट्र के 46.4 प्रतिशत लोग राज्य में विकास के लिए बीजेपी और शिवसेना गठबंधन पर भरोसा करते हैं.
साभार : एबीपी न्यूज़
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