जयपुर. राजस्थान विधान सभा चुनाव में बढ़त बनाने के लिए भाजपा लगातार प्रदेश के प्रभावी नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है। मंगलवार को महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह और करनी सेना के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय लोकेंद्र सिंह कालवी के बेटे भवानी सिंह कालवी ने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दकी ने ख्वाजा साहब की दरगाह की जियारत कर देश में अमन, चैन, खुशहाली और भाईचारे की दुआ मांगी। उन्होंने केन्द्र सरकार के सूफी संवाद महाअभियान की सफलता पर खुशी भी व्यक्त की है। सिद्दकी अपने साथियों सहित दरगाह पहुंचे जहां उन्होंने ख्वाजा साहब की मजार पर चादर और फूल पेश कर दुआ मांगी।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। इसके लिए कांग्रेस ने तय किया है कि वह न सिर्फ जिताऊ उम्मीदवारों पर दांव लगाएगी, वहीं जिनके खिलाफ जमीन पर पॉजिटिव फीडबैक नहीं है, उन्हें लेकर पार्टी कोई कड़ा फैसला करने में भी नहीं चूकेगी। सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान को लेकर जहां पार्टी में 15-25 विधायकों के टिकट कटने की चर्चा है, वहीं दूसरी ओर तीन से चार मंत्रियों पर भी गाज गिर सकती है। राजस्थान के टिकट को लेकर आगामी बुधवार, 18 अक्टूबर को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है, जिसमें टिकटों पर अंतिम मोहर लगेगी। इस बैठक के लिए सीएम गहलोत मंगलवार की देर शाम दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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