नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट में गुरुवार को एक बड़े फेरबदल का ऐलान किया गया है। अबतक कानून मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे किरेन रिजिजू का मंत्रालय बदला गया है। उनकी जगह पर अर्जुन राम मेघवाल को कानून और न्याय मंत्रालय का राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। रिजिजू को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय दिया गया है। राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति ने ये फैसला किया है।
किरेन रिजिजू से पहले जुलाई 2021 में रविशंकर प्रसाद से भी इसी तरह कानून मंत्रालय छिना गया था। कानून मंत्री के तौर पर रिजिजू के कार्यकाल में जजों की नियुक्ति के मुद्दे पर उनके और न्यायपालिका में टकराव की खबरें अक्सर सुर्खिया बटोर रही थीं। रिजिजू शीर्ष न्यायपालिका में जजों की नियुक्ति वाले कलीजियम सिस्टम पर सार्वजनिक तौर पर तीखे हमले करते रहे हैं। वह इसे ‘अपारदर्शी’ सिस्टम बताते हुए आलोचना करते रहे हैं।
कानून मंत्रालय से किरेन रिजिजू की छुट्टी पर पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर मजे भी लिए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘किरेन रिजिजू: कानून नहीं, अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय। कानूनों के पीछे का विज्ञान समझना आसान नहीं होता। अब विज्ञान के कानूनों के साथ भिड़ना। गुड लक माइ फ्रेंड!’
अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान से आते हैं। वह बीजेपी के बड़े दलित चेहरों में से एक हैं। वह अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। अक्सर उन्हें साइकिल चलाते हुए काम पर जाते देखा जाता है। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्हें कानून मंत्रालय जैसी अहम जिम्मेदारी दिए जाने को राजस्थान साधने की कोशिश के तौर पर भी देखा जाता है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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