मुंबई. महाराष्ट्र में बुधवार (19 जुलाई) को दिलचस्प सियासी तस्वीर सामने आई. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के नए डिप्टी सीएम अजित पवार से उनके दफ्तर में मुलाकात की. मुलाकात की तस्वीरों ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींच लिया. ऐसा इसलिए क्योंकि अजित पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी. वो एनसीपी जिसकी शिवसेना (यूबीटी) सहयोगी है.
उद्धव ठाकरे की अजित पवार से ये मुलाकात एनसीपी में टूट के बाद पहली बार हुई है. जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सीएम थे तब अजित पवार उनकी सरकार में भी वित्त मंत्री का पद संभाल रहे थे. मौजूदा वक्त में भी वो महाराष्ट्र के वित्त मंत्री हैं. राज्य विधान परिषद के सदस्य उद्धव ठाकरे थोड़े समय के लिए सदन की कार्यवाही में शामिल हुए. डिप्टी चेयरपर्सन नीलम गोरे के शिंदे के नेतृत्व वाली प्रतिद्वंद्वी शिवसेना में शामिल होने के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे सदन पहुंचे थे.
अजित पवार से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैंने उनसे राज्य और लोगों के लिए अच्छा काम करने को कहा है. ठाकरे ने कहा कि वो अजित पवार के साथ काम कर चुके हैं और उनके काम करने के तरीके से वाकिफ भी हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा, “मुझे विश्वास है कि राज्य के लोगों को सहायता मिलेगी क्योंकि खजाने की चाबी उनके पास है.”
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में एनसीपी में बगावत के बाद महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. 2 जुलाई को अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ले ली. इसके साथ ही शरद पवार की पार्टी में दो फाड़ हो गया. अजित पवार के साथ कुल नौ एनसीपी विधायक महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार में मंत्री बने. इसके दो हफ्ते बाद अजित पवार, छगन भुजबल, दिलीप वल्से पाटिल और अदिति तटकरे समते सभी नौ एनसीपी नेताओं को विभाग बांट दिए गए.
साभार : एबीपी न्यूज़
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