टोरंटो. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो लगातार भारत के खिलाफ हमलावर हैं और खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या पर सहयोग करने की मांग कर रहे हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो लगातार दावा कर रहे हैं कि उनके देश के पास भारतीय एजेंटों के निज्जर की हत्या में शामिल होने का सबूत है लेकिन वह एक बार भी दुनिया के सामने पेश नहीं कर पाए हैं। अब वह इस मामले को लेकर अपने ही देश में घिर गए हैं। जस्टिन ट्रूडो जहां भारत पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं चीनी मूल के कनाडाई नागरिक की कनाडा की धरती पर हुई हत्या पर चुप्पी साध रखी है। माना जा रहा है कि चीनी नागरिक को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के इशारे पर मारा गया था।
कनाडा की न्यूज वेबसाइट काउंटर सिग्नल की रिपोर्ट के मुताबिक हरदीप सिंह निज्जर के हत्याकांड की जांच जो एजेंसी कर रही है, वही एजेंसी चीनी मूल के कनाडाई नागरिक की जुलाई 2021 में हुई हत्या की जांच कर रही है। दो साल बीत जाने के बाद कनाडा इस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पाया है। आरोप है कि चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने इस कनाडाई नागरिक की हत्या करवाई थी। इस चीनी मूल के कनाडाई नागरिक का नाम वेई हू था और वे चीन छोड़कर कनाडा में बस गए थे।
चीन दुनियाभर में चला रहा ऑपरेशन फॉक्स हंट
वेई हू को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के ऑपरेशन फॉक्स हंट के तहत निशाना बनाया गया था। इस अभियान का उद्देश्य विरोध में आवाज उठाने वालों को चुप कराना था। हू के मामले में चीनी चाहते थे कि वे चीन लौट जाएं जहां उन पर वित्तीय अपराध का आरोप था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वेई हू को सीसीपी ने निशाना बनाया है तब इस हत्या की जांच शुरू हुई थी। वेई हू की पत्नी ने ग्लोबल न्यूज से कहा था कि उन्हें कुछ मेडिकल समस्या है लेकिन वह इसका डिटेल नहीं बताएंगी।
उनकी पत्नी ने कहा कि उनका कोई मित्र नहीं है और वह बहुत ज्यादा बाहर नहीं जाती हैं। हू के पास कनाडा में कोई नौकरी भी नहीं है। हालांकि वह 28 लाख डॉलर के घर में रहती हैं। एफबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन फॉक्स हंट का उद्देश्य चीनी मूल के लोगों को चीन वापस ले जाना है या उन्हें आत्महत्या कराना है। कनाडा की जांच एजेंसी ने वेई हू के मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। हालांकि उसने यह कहा है कि कनाडा में चीन समेत विदेशी हस्तक्षेप की जानकारी है। यह खुलासा तब हुआ था जब खुलासा हुआ था कि कनाडा के चुनावों में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने हस्तक्षेप किया था।
साभार : नवभारत टाइम्स
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