गाजा. मिडिल ईस्ट में इजरायल और गाजा पट्टी पर शासन करने वाले हमास के बीच चल रहा युद्ध अब थमने वाला है. इजरायल और हमास के बीच अक्टूबर से ही जंग चल रही है. दरअसल, बुधवार (22 नवंबर) को इजरायल की सरकार ने हमास के साथ गाजा में बंधक बनाए गए 50 महिलाओं और बच्चों की रिहाई के बदले जंग को चार दिनों तक रोकने के लिए हो रहे समझौते का समर्थन किया है. इस तरह अब जल्द ही हमास के साथ युद्धविराम होने वाला है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जंग में मध्यस्थता करवा रहे कतर, अमेरिका, इजरायल और हमास के अधिकारियों ने कहा है कि शांति के लिए समझौते की बहुत ज्यादा जरूरत है. इजरायल सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद हमास के लड़ाकों ने लोगों को बंधक बनाया और उन्हें गाजा पट्टी में लेकर गए. इजरायल का मानना है कि गाजा पट्टी में हमास ने 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया हुआ है, जिसमें बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं.
हर 10 बंधकों की रिहाई पर एक दिन और रुकेगी जंग
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि चार दिनों के अंतराल पर 50 महिलाओं और बच्चों को रिहा किया जाएगा. इस दौरान किसी भी तरह की लड़ाई पर रोक लगी रहेगी. बयान में कहा गया कि हर अतिरिक्त 10 बंधकों की रिहाई पर युद्धविराम को एक और दिन के लिए बढ़ाया जाएगा. हालांकि, बयान में इस बात का जिक्र नहीं किया गया कि क्या इसके बदले फिलिस्तीनी बंधकों को रिहा किया जाएगा.
कैबिनेट में पेश हुआ था प्रस्ताव
नेतन्याहू कार्यालय के बयान में कहा गया, ‘इजरायल की सरकार सभी बंधकों को घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है. आज रात इसने अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रस्तावित समझौते को मंजूरी दी है.’ दरअसल, इजरायली कैबिनेट में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें हमास के साथ बंधकों के रिहाई के बदले समझौते की बात कही गई. इस प्रस्ताव का तीन सांसदों ने छोड़कर सभी ने समर्थन किया. ये तीनों सांसद ज्यूईश पावर पार्टी के सदस्य हैं और सरकार में मंत्री पद भी संभाल रहे हैं.
हर दिन कितने लोग होंगे रिहा?
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के साथ होने वाले समझौते को लेकर सभी जानकारी मीडिया के सामने नहीं रखी गई है. मगर इजरायल सरकार के एक अधिकारी ने बताया है कि इस समझौते के तहत 50 इजरायली नागरिकों को रिहा किया जाएगा, जो गाजा में कैद हैं. इनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं. हर दिन 12 से 13 लोगों को रिहा किया जा सकता है.
पहली बार इजरायल-हमास के बीच समझौता
गाजा में लगातार हो रही बमबारी के बीच ये पहला मौका है, जब इजरायल जंग को रोकने के लिए तैयार हुआ है. गाजा में हुई इजरायली बमबारी में अब तक 13000 से ज्यादा फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं. 23 लाख की आबादी में से दो-तिहाई लोग बमबारी की वजह से बेघर हो गए हैं. पूरी सरकार को इकट्ठा कर प्रस्ताव पर चर्चा से पहले नेतन्याहू ने अपनी वॉर कैबिनेट के साथ भी बैठक की थी.
साभार : एबीपी न्यूज़
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