नई दिल्ली (मा.स.स.). केंद्रीय रसायन और उर्वरक एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र पर 8वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन देश में फार्मास्युटिकल उद्योग के प्रमुख कार्यकारी अधिकारियों के साथ एक गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर औषधि विभाग की सचिव सुएस. अपर्णा भी उपस्थित थीं।
उद्योग की विकास गति की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि इस उद्योग में तेजी से प्रगति हो रही है और ‘वैश्विक फार्मेसी’ के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए हमें अनुसंधान और नवाचार पर अधिक ध्यान देने के साथ-साथ गुणवत्ता और किफायती विनिर्माण पर ध्यान देने की आवश्यकता है। डॉ. मंडाविया ने हितधारकों से मौजूदा अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह करते हुए कहा कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाओं के साथ-साथ आगामी औषध पार्कों के रूप में पर्याप्त निवेशों से उपयोगी परिणाम मिल रहे हैं। विकास को उत्प्रेरित करने के लिए हमें दुनिया में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाने हेतु प्रतिस्पर्धा के स्तर को बनाए रखना चाहिए।
सरकार की प्रतिबद्धता और संकल्प को दोहराते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार उद्योगों के अनुकूल और सहयोग से जुड़े अवसरों का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति के अभिन्न अंग के तौर पर सरकार और उद्योगों को समग्र विकास हासिल करने के लिए एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। सरकार के समर्थन की पुष्टि करते हुए डॉ. मंडाविया ने अपनी विस्तृत प्रस्तुति में संबंधित कार्रवाई से जुड़े मुद्दों के साथ मूल्य निर्धारण, नियामक, नीति और रणनीति के पहलुओं का समाधान निकालने के लिए हितधारकों को अपने सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया ताकि इन सुझावों की मदद से नीति समर्थन और विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए इनपर उचित रूप से विचार किया जा सके।
उद्योग के संभावित भविष्य के विकास का उल्लेख करते हुए, फार्मास्यूटिकल विभाग की सचिव सुएस. अपर्णा ने भाग लेने वाले प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे सभी के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में नीति निर्माताओं और सरकार की सुविधा के लिए उपरोक्त चार श्रेणियों का पालन करने के लिए सामूहिक रूप से अपने दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करें। गोलमेज सम्मेलन में 60 से अधिक कंपनियों के प्रतिभागियों को एक साथ एक मंच पर आमंत्रित किया गया, जिसका प्रतिनिधित्व वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा किया गया। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के कई उद्योग प्रमुख भी उपस्थित थे। इस अवसर पर औषधि विभाग के संयुक्त सचिव एन. युवराज, वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार अवधेश कुमार चौधरी, नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी, डीसीजीआई की सदस्य सचिव विनोद कोतवाल, एनपीपीए के अध्यक्ष डॉ. राजीव रघुवंशी, कमलेश पंत, विभिन्न उद्योग हितधारक और शिक्षाविदों एवं संघों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में:
इस प्रमुख वार्षिक सम्मेलन का आयोजन दो दिन किया जाएगा। 26 मई 2023 का दिन “सस्टेनेबल मेडटेक 5.0: स्केलिंग एंड इनोवेटिंग इंडियन मेडटेक” विषय पर इंडिया मेडिकल डिवाइस सेक्टर के लिए समर्पित होगा और 27 मई 2023 का दिन “भारतीय फार्मा उद्योग: नवाचार के माध्यम से मूल्य प्रदान करना” विषय पर फार्मास्युटिकल सेक्टर के लिए समर्पित होगा।
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