देहरादून (मा.स.स.). केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा उद्घाटन किए गए जी-20 भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह की दूसरी बैठक आज ऋषिकेश (टिहरी) में संपन्न हो गई। इस बैठक में 20 सदस्य देशों, 10 आमंत्रित देशों और यूएनओडीसी, ओईसीडी, एग्मॉन्ट ग्रुप, इंटरपोल और आईएमएफ सहित 9 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 90 प्रतिनिधियों की व्यापक सहभागिता थी। इसकी अध्यक्षता डीओपीटी के अपर सचिव तथा जी-20 एसीडब्ल्यूजी के अध्यक्ष राहुल सिंह द्वारा और सह-अध्यक्षता इटली के टास्क फोर्स के प्रमुख, जी-20 एसीडब्ल्यूजी के सह-अध्यक्ष जिओवन्नी टार्टाग्लिया पोलसिनी और इटली के विदेश और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय के परिपूर्णता मंत्री फैब्रीज़ियो मार्सेली द्वारा की गई थी।
पिछले तीन दिनों में परिसंपत्ति की वसूली, भगोड़े आर्थिक अपराधियों, सूचना साझा करने के लिए सहयोग के औपचारिक और अनौपचारिक माध्यमों, भ्रष्टाचार से निपटने और पारस्परिक कानूनी सहायता के लिए संस्थागत ढांचे तथा अन्य कई प्रमुख केन्द्रीय क्षेत्रों पर गहन और उत्पादक विचार-विमर्श हुआ है। प्रतिनिधियों ने ‘भ्रष्टाचार को रोकने और मुकाबला करने के लिए जिम्मेदार सार्वजनिक निकायों और प्राधिकरणों की अखंडता और प्रभावशीलता को बढ़ावा देने’; ‘भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए कानून प्रवर्तन संबंधी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सूचना साझाकरण को सुदृढ़ बनाने’ और ‘भ्रष्टाचार से संबंधित परिसंपत्ति वसूली तंत्र के सुदृढ़ीकरण’ पर तीन उच्च स्तरीय सिद्धांतों पर सहमति व्यक्त की।
एसीडब्ल्यूजी के पहले दिन ‘जेंडर और भ्रष्टाचार’ पर एक अनूठा सहायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मुख्य भाषण दिया। इस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों तथा इससे जुड़े व्यावसायियों ने भ्रष्टाचार के जेंडर संबंधित पहलुओं, जिस प्रकार महिला सशक्तिकरण आंतरिक रूप से भ्रष्टाचार विरोधी पहलों से जुड़ा हुआ है और जेंडर संवेदनशील शासन और नीति निर्माण की आवश्यकता है, पर विचार-विमर्श किया। प्रतिनिधियों ने ऋषिकेश में प्रवास के दौरान भारत की समृद्ध संस्कृति, विरासत और व्यंजनों का आनंद उठाया। भारत एसीडब्ल्यूजी की तीसरी बैठक के लिए 9-11 अगस्त को फिर से कोलकाता में प्रतिनिधियों का आतिथ्य करने के लिए उत्सुक है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध अंतरराष्ट्रीय लड़ाई को मजबूत करने के जी-20 एजेंडे को और गति प्रदान करने के लिए भारत अब तक की पहली व्यक्तिगत भ्रष्टाचार विरोधी मंत्रालयी बैठक की मेजबानी भी करेगा।
भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं