मुंबई. रिलायंस ने अपने कंज्यूमर ड्यूरेबल फाइनेंस प्रोग्राम की टेस्टिंग शुरू कर दी है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इस साल के अंत तक जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लॉन्च कर सकती है। कंपनी रिलायंस डिजिटल से खरीदारी करने वाले कस्टमर्स को फाइनेंस के बेहतर ऑफर देना चाहती है ताकि रिलायंस रिटेल के मार्जिन बढ़ाए जा सके।
रिलायंस डिजिटल के कई आउटलेट पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत कंपनी इलेक्ट्रिकल्स प्रोडक्ट की खरीदारी करने वाले यूजर्स को अन्य बैंको के साथ जियो फाइनेंस का भी ऑप्शन दे रही है। फाइनेंशियल सर्विसेज लॉन्च होने के बाद बजाज फिनसर्व, HDFC बैंक सहित अन्य फाइनेंशियल सर्विस देने वाले कंपनियों को टक्कर मिलेगी।
दो महीने पहले फाइनेंशियल सर्विस बिजनेस के डिमर्जर को मिली थी मंजूरी
रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस स्ट्रैटजिक इन्वेस्टमेंट (RSIL) के डिमर्जर को इसी साल 4 मई को क्रेडिटर्स और शेयरहोल्डर्स ने मंजूरी दी है। डीमर्जर शेयर-स्वैप अरेंजमेंट के जरिए किया जाएगा। डिमर्जर के बाद रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स का नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड कर दिया जाएगा।
अक्टूबर तक हो सकती है नई कंपनी की लिस्टिंग
नई कंपनी अक्टूबर तक स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकती है। RIL के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक शेयर के लिए जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का एक शेयर मिलेगा। पिछले साल, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को अलग करके एक अलग यूनिट बनाने और बाद में इसे स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट करने की घोषणा की थी।
कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का प्लान
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का प्लान कंज्यूमर और मर्चेंट लैंडिंग बिजनेस शुरू करने का है। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की दिग्गज कंपनी मैक्वेरी ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस को मार्केट ग्रोथ के मामले में पेटीएम और अन्य फिनटेक कंपनियों के लिए एक बड़ा खतरा बताया था। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ज्यादातर फिनटेक से अलग होगी, क्योंकि इसके पास बड़ी मात्रा में डेटा तक पहुंच है। जियो, अलीबाबा, अमेजन, एपल जैसी फाइनेंशियल सर्विसेज ऑफर करने के लिए रियल टाइम में इस डेटा को प्रोसेस और एनालाइज कर सकती है।
पांचवीं बड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बन सकती है जियो
डिमर्जर के बाद, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज देश की पांचवीं बड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी बन सकती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास पहले से ही एक एनबीएफसी लाइसेंस है, जिसका फायदा उसे कंज्यूमर या मर्चेंट लेंडिंग में मिल सकता है।
फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में ये कंपनियां शामिल
रिलायंस के फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड, रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड; जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड; रिलांयस रिटेल फाइनेंस लिमिटेट; जियो इंफॉर्मेशन एग्रीगेटर सर्विसेज लिमिटेड; और रिलायंस रिटेल इंश्योरेंस ब्रोकिंग लिमिटेड का इन्वेस्टमेंट है।
साभार : दैनिक भास्कर
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