नई दिल्ली. सशस्त्र बलों की ताकत और बढ़ने वाली है. सूत्रों के मुताबिक, लड़ाकू क्षमता को बढ़ावा देने के लिए 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमानों और लगभग 156 प्रचंड हेलीकॉप्टर की अतिरिक्त खेप की खरीद के लिए प्रारंभिक मंजूरी मिली है. वायुसेना लगभग 65,000 करोड़ रुपये की लागत से इन विमानों को खरीदेगी.
सुखोई-30 को किया जाएगा अपग्रेड
सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने अपने सुखोई-30 लड़ाकू बेड़े को अपग्रेड करने के लिए भारतीय वायु सेना के एक प्रस्ताव को भी मंजूरी दी. मेगा खरीद परियोजनाओं और सुखोई-30 उन्नयन कार्यक्रम से सरकारी खजाने पर 1.3 लाख करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है.
अगले साल वायुसेना में जुड़ेंगे और विमान
भारतीय वायुसेना तेजस एमके-1 जेट के दो स्क्वाड्रन का पहले से संचालन कर रही है. इसमें शुरुआती और अंतिम ऑपरेशनल क्लीयरेंस वेरिएंट के 20-20 स्क्वाड्रन शामिल हैं. इससे पहले रक्षा मंत्रालय की ओर से 83 एलसीए एमके1ए वेरिएंट के लिए 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऑर्डर फरवरी 2021 में एचएएल को दिया गया था, जिसकी साल 2024 तक डिलीवरी होने की उम्मीद है. यह मिग-21 से रिप्लेस होगा.
वायुसेना के बेड़े में शामिल हो रहे देसी फाइटर प्लेन
भारतीय वायुसेना आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते हुए अपने देश में बनाए गए विमानों की ओर भी रुख कर रही है. इससे पहले भारतीय वायुसेना ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की ओर से बनाए गए पहले हल्के फाइटर प्लेन को अपने बेड़े में शामिल किया था. यह दो सीटों वाला एलसीए तेजस हर मौसम के लिए कारगर है. भारतीय वायुसेना ने एचएएल को दो सीटों वाले 18 तेजस प्लेन का ऑर्डर दिया था. साल 2023-2024 तक आठ तेजस प्लेन को भारतीय वायुसेना को सौंप दिया जाएगा. बाकी के 10 प्लेन 2026-27 तक सौंपे जाएंगे. बीते दिनों पीएम मोदी ने बेंगलुरु में तेजस में उड़ान भरने के साथ उसकी तारीफ भी की थी.
साभार : एबीपी न्यूज़
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