भोपाल (मा.स.स.). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में खेलों को जिस ऊंचाई पर ले जाने का काम किया है, उसका एक उदाहरण आज आपके सामने खेलो इंडिया यूथ गेम्स का यह पाचंवा एडिशन है। 9 शहरों में 13 दिन तक यह आयोजन चलेगा और इसमें 6 हजार खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। यह कहीं और नहीं मध्य प्रदेश की इस धरती पर होगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स पिछली बार जब हरियाणा में हुआ तो 12 रिकॉर्ड टूटे थे जिसमें से 11 रिकॉर्ड लड़कियों ने तोड़े थे। अब मध्य प्रदेश की धरती पर देखते हैं इस बार कितने रिकॉर्ड टूटते हैं। यह बात केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि एक ओर रिकॉर्ड खिलाड़ी तोड़ेंगे तो दूसरी ओर मैं मध्य प्रदेश वासियों से आग्रह करता हूं कि आप स्टेडियम में रिकॉर्ड संख्या में आएं ताकि अगला कोई आयोजन जैसे नैशनल गेम्स या दूसरे आयोजन करने हो तो लगे कि इसका मौका मध्य प्रदेश को मिले। मध्य प्रदेश वासियों से आग्रह है कि सबका दिल जीत लो, आप ऐसा आयोजन करके दिखा दो। ठाकुर ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस में जिस तरह मध्य प्रदेश की धरती पर लोगों का स्वागत हुआ वह सराहनीय है। वैसा ही अभिवादन खिलाड़ियों का इस बार भी कीजिए। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल के लिए खेलो इंडिया का बजट बढ़ाकर 3200 करोड़ रुपये कर दिया गया है। ठाकुर ने कहा कि खेलों का बजट भी बढ़ाकर प्रति वर्ष 2000 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया है।
ठाकुर ने कहा कि अमूमन जब कोई भी बड़ा टूर्नामेंट होता है उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खिलाड़ियों से बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाते हैं। उन्होंने निखत जरीन के योगदान को याद किया। ठाकुर ने कहा है कि इस बार मलखंभ जैसे खेल को भी खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शामिल किया गया है। अब यह रीजनल नहीं बल्कि नेशनल गेम हो गया है। जल्द ही यह इंटरनेशनल गेम बनेगा, ऐसा मुझे उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि इन खेलों ने गरीब परिवारों के बच्चों को आगे बढ़ने का मौका दिया है। स्थानीय खेल और प्रतिभाएं अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही हैं।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के इस आयोजन में खेल भावना की जीत होनी चाहिए। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमामिक, मध्य प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया समेत खेलों से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित थे। 13 दिनों तक चलने वाले खेलों के इस महाकुंभ में 27 खेल स्पर्धाओं में देश भर से करीब छह हजार खिलाड़ी करीब तीन सौ स्वर्ण पदक समेत 900 से अधिक पदकों के लिए अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे। मध्य प्रदेश के आठ शहर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, मंडला, बालाघाट और महेश्वर और दिल्ली इस यूथ गेम्स के विभिन्न खेल आयोजनों की मेजबानी कर रहे हैं।