लखनऊ. फोन हैकिंग के मुद्दे पर विपक्ष एक बार फिर लामबंद हो गया है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा उनके फोन को हैक करने की कोशिश की जा रही है। TMC नेता महुआ मोइत्रा, शिवसेना( UBT) नेता की प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता शशि थरूर और पवन खेड़ा का कहना है कि उन्हें अपने फोन निर्माता से चेतावनी का संदेश मिला है कि, “स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स उनके फोन से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं”। इसी कड़ी में अखिलेश की टिप्पणी भी सामने आई है।
एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख ने फोन हैकिंग को लोकतंत्र की आजादी पर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि सुबह ये जानकारी मिली और इस प्रकार का मैसेज कंपनी के माध्यम से आया है। मैसेज में बताया जा रहा है कि स्टेट की ओर से आपका फोन हैक किया जा रहा है। दुख की बात है कि लोकतंत्र में आजादी और निजता को भी ये खत्म करना चाहते हैं। जासूसी किस लिए? इसकी जांच होनी चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यह कहा कि उनके फैन को हैक करने की कोशिश की गई। कई कई विपक्षी नेताओं ने Apple की तरफ से मिले अलर्ट के आधार पर दावा किया कि मोदी सरकार उनके फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है।
इस मामले पर देश की राजनीति भी गरमा गई है। विपक्षी की मोर्चाबंदी को देखते हुए बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले पेगासस के बारे में दावे किए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के समक्ष आईफोन जमा करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने आगे कहा कि ये एप्पल का काम है कि वह विपक्षी नेताओं और शिकायतकर्ताओं को इस अलर्ट पर स्पष्टीकरण दें।
एप्पल ने इस मामले पर क्या कहा?
इस मामले पर एप्पल ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की। कंपनी ने कहा कि हम किसी भी विशेष राज्य-प्रायोजित की सूचना नहीं देते हैं। यह संभव है कि कुछ ऐप्पल खतरे की सूचनाएं गलत अलार्म हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चल पाता है।
साभार : दैनिक जागरण
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