नई दिल्ली. राज्यसभा में अभिभाषण पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उनके एक बयान पर हंगामा बरप गया। खड़गे ने कहा कि आरएसएस एक मनुवादी संस्था है। इसकी विचारधारा देश के लिए खतरनाक है। आज देश की संस्थाओं पर आरएसएस का कब्जा हो रहा है। खड़गे यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि संघ ने महात्मा गांधी की हत्या करवाई थी। उन्होंने कहा कि गोडसे को महात्मा गांधी की हत्या के लिए उकसाया गया था। उनके इस बयान के बाद सभापति नाराज हो गए।
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ नेता प्रतिपक्ष के इस बयान पर नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि आरएसएस का सदस्य होना गुनाह है क्या? इस देश के विकास में आरएसएस का बहुत बड़ा योगदान है। इसके बाद सत्ता पक्ष ने भी उनके बयान पर जमकर विरोध किया। राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि उनका बयान गैर जिम्मेदाराना है। नड्डा ने आगे कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे को तथ्यों के बारे में जानकारी नहीं है। उनका ये बयान निंदनीय और तथ्यों से परे है।
नड्डा की मांग पर रिकाॅर्ड से हटाया राष्ट्रपति का अभिभाषण
बता दें कि नड्ड के बयान के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने उनके बयान को रिकाॅर्ड से हटाने का आदेश दिया। इसके बाद राज्यसभा सचिवालय ने उनके बयान को रिकाॅर्ड से हटा दिया। बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे आज पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस साल राष्ट्रपति जी का पहला अभिभाषण 31 जनवरी को हुआ था और दूसरा अभिभाषण 27 जून को हुआ। पहला अभिभाषण चुनावी था और दूसरा भी वैसा ही है। इसमें कहीं पर भी दिशा और विजन नहीं है।
मोदी सरकार विफलताओं को छुपाने में माहिर
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने में माहिर है। यह सदी भारत की है। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता। लेकिन 10 साल तक इस पर सिर्फ बातें हुई है। इसका जमीन पर अमल नहीं हुआ। इस बार चुनाव 2019 की तुलना में काफी कम हुआ। ग्रामीण मतदाताओं ने अधिक उत्साह के साथ भाग लिया इसलिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं।
साभार : न्यूज24
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