जम्मू. जम्मू कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सह संस्थापक रहे मुजफ्फर हुसैन बेग एक बार फिर पीडीपी में शामिल हो गए हैं। रविवार को अनंतनाग के बिजबिहाड़ा में मुजफ्फर हुसैन बेग अपनी पत्नी सफीना बेग के साथ मुफ्ती मोहम्मद सईद की आठवीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। इस श्रद्धांजलि सभा में वह महबूबा मुफ्ती के साथ नजर आए। उन्होंने मुफ्ती मोहम्मद सईद की मजार पर फातिहा (विशेष प्रार्थना) भी की। पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की मौजूदगी में उन्होंने एक बार पीडीपी का दामन थामा। पार्टी प्रवक्ता मोहित भान ने बताया कि बेग पीडीपी में लौट आए हैं।
मुजफ्फर बेग ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुफ्ती मोहम्मद सईद पहले व्यक्ति थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलने के बाद हीलिंग टच नीति के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा, ‘जहां तक मुफ्ती की राजनीति का सवाल है, वह भारत के पहले मुस्लिम गृह मंत्री थे। आज तक किसी अन्य मुस्लिम को देश का गृह मंत्री नहीं बनाया गया है। वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आतंकवाद के विस्फोट के बाद हीलिंग टच की बात की थी।उन्होंने कहा कि वे भी हमारे अपने बच्चे थे जिन्हें दूसरे देश द्वारा गुमराह किया जा रहा था।’
बेग ने कहा कि पीडीपी संस्थापक ने समाज में विभिन्न विभाजनों से ऊपर उठकर सद्भाव का संदेश दिया। उन्होंने शहरी-ग्रामीण विभाजन, पहाड़ी-गुर्जर मतभेद या हिंदू-मुस्लिम विभाजन से ऊपर उठकर सद्भाव का संदेश दिया। पीडीपी में मुजफ्फर बेग की वापसी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। क्योंकि लोकसभा चुनाव से महज चार महीने से भी कम समय यह वापसी हो रही है। इससे सियासी गलियारे में कई कयास लगाए जा रहे हैं। बेग 1990 के दशक के अंत में पीडीपी के सह-संस्थापक थे। उन्हें 2016 में सईद की मृत्यु के बाद पार्टी का संरक्षक बनाया गया था। पूर्व उप मुख्यमंत्री बेग ने 2020 में पार्टी छोड़ दी और उनके सज्जाद लोन के नेतृत्व वाले पीपुल्स कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के कयास लग रहे थे।
साभार : अमर उजाला
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