गाजा. इजरायल ने बेरूत पर हमला करके हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर सुहैल हुसैनी को मार गिराया है। इजरायली सेना ने मंगलवार को इसकी घोषणा की और कहा कि सोमवार को इजरायली वायुसेना ने सटीक हमला करके हुसैनी को निशाना बनाया। हुसैनी बेरूत में हिजबुल्लाह के मुख्यालय के कमांडर और जिहाद परिषद के सदस्य थे। इजरायली सेना ने कहा कि वह समूह के रसद प्रबंधन की देखरेख करते थे, जिसमें इराक से हथियारों की आपूर्ति भी शामिल थी।
कई शीर्ष नेताओं का खात्मा
अभी तक हिजबुल्लाह ने अपने कमांडर की हत्या के बारे में कोई बयान नहीं दिया है। पिछले महीने के अंत में इजरायल ने दक्षिणी बेरूत में हिजबुल्लाह के गढ़ पर भारी बमबारी शुरू की थी, जो अभी भी जारी है। इजरायली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह समेत उसके लगभग सभी शीर्ष नेता मारे गए हैं। हिजबुल्लाह ने कहा कि उसके मारे गए कमांडरों की जगह नई तैनाती की गई है। ईरान समर्थित चरमपंथी समूह ने गाजा पट्टी में युद्ध विराम होने तक रॉकेट, मिसाइलों और ड्रोन से इजरायल पर हमला करने की कसम खाई है। हिजबुल्लाह ने कहा है कि वह गाजा पट्टी में हमास के समर्थन में इजरायल पर अपने हमले जारी रखेगा।
लेबनान में अभियान तेज
इस बीच, मंगलवार को इजरायली सेना ने घोषणा की कि वह दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने अभियान को और तेज करने जा रही है। इजरायली मीडिया ने आईडीएफ के हवाले से कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान में चौथी डिवीजन तैनात की है। रिपोर्टों के अनुसार, 146वें रिजर्व डिवीजन ने सोमवार रात दक्षिण-पश्चिमी लेबनान के तटीय क्षेत्र में एक अभियान शुरू किया। आईडीएफ के पास पहले से ही दक्षिणी लेबनान में 98वें, 36वें और 91वें डिवीजन तैनात हैं, जो हिजबुल्लाह के खिलाफ व्यापक जमीनी अभियान चला रहे हैं। 146वें रिजर्व डिवीजन के जुड़ने से लेबनान में इजरायल के जमीनी हमले में शामिल सैनिकों की कुल संख्या 15,000 से अधिक हो गई है।
साभार : इंडिया न्यूज़
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं