नई दिल्ली. मुंबई में राहुल गांधी ने ‘शक्ति के खिलाफ लड़ाई’ वाला बयान दिया तो भाजपा को हाथों हाथ नया मुद्दा मिल गया। राहुल द्वारा ‘शक्ति’ पर दिए गए बयान को पीएम मोदी ने शिवमोगा की जनसभा में खूब भुनाया। पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन शक्ति का सफाया चाहता है तो मैं शक्ति की उपासना का एलान करता हूं। प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद राहुल गांधी ने अपना जवाब दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी भी धार्मिक शक्ति के बारे में नहीं बल्कि अधर्म, भ्रष्टाचार और झूठ की शक्ति के बारे में बात कर रहे थे।
राहुल ने पीएम मोदी पर लगाए आरोप
राहुल ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि उनके शब्दों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं उस ताकत के बारे में बात कर रहा हूं, जिसका मुखौटा प्रधानमंत्री ने पहना हुआ है। पीएम मोदी को मेरे द्वारा कहे गए शब्द अच्छे नहीं लगते। वह हमेशा मेरे शब्दों को घुमा फिरा कर किसी और दिशा में मोड़ देते हैं।
इस शक्ति का मुखौटा प्रधानमंत्री हैं- राहुल
राहुल ने एक्स पर लिखा है कि मैं उस शक्ति की बात कर रहा हूं जिसका मुखौटा प्रधानमंत्री हैं। यह ऐसी शक्ति है, जिसने देशभर के लोगों की आवाज को अपने चंगुल में दबोच लिया है। इस शक्ति ने भारत की संस्थाओं, सीबीआई, आईटी, ईडी, चुनाव आयोग, मीडिया, उद्योग जगत और भारत के संवैधानिक ढांचे को अपने कब्जे में ले लिया है।
साभार : अमर उजाला
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