लखनऊ. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूटना तय माना जा रहा है. अखिलेश यादव की तरफ से 17 सीटों की ऑफर जा चुकी है, लेकिन अभी भी मुरादाबाद और बिजनौर में से एक सीट को लेकर पेच फंसा है. सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव के खेमे की तरफ से कांग्रेस को 3 दिन में फैसला लेने के लिए कहा गया है.
समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. प्रत्याशियों की सूची में माफिया-राजनीतिक नेता मुख्तार अंसारी के भाई और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद अफजाल अंसारी का नाम भी शामिल है. सपा ने यह सूची ऐसे समय जारी की है, जब उसे आगामी राज्यसभा चुनाव के लिये पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वर्गों के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने पर पार्टी नेताओं और गठबंधन के सहयोगी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच, सपा ने सोमवार को ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया)’ में अपनी सहयोगी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 80 में से 17 लोकसभा सीट देने की पेशकश की है. सपा का कहना है कि पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव रायबरेली में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तभी शामिल होंगे, जब कांग्रेस द्वारा 17 सीट के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाएगा.
सपा उम्मीदवारों की सूची में शामिल अन्य प्रत्याशियों में हरेंद्र मलिक (मुजफ्फरनगर), नीरज मौर्य (आंवला), राजेश कश्यप (शाहजहांपुर-सुरक्षित), ऊषा वर्मा (हरदोई- सुरक्षित), आर के चौधरी (मोहनलालगंज- सुरक्षित), एसपी सिंह पटेल (प्रतापगढ़), रमेश गौतम (बहराइच -सुरक्षित), श्रेया वर्मा (गोंडा), वीरेंद्र सिंह (चंदौली) और रामपाल राजवंशी (मिश्रिख – सुरक्षित) हैं. इन 11 उम्मीदवारों में से चार पिछड़े समुदाय से हैं. इसके अलावा पांच अनुसूचित जाति से हैं तथा वीरेंद्र सिंह क्षत्रिय हैं जबकि अफजाल अंसारी मुस्लिम हैं. सपा ने इससे पहले 30 जनवरी को उत्तर प्रदेश की 16 लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित किये थे.
साभार : एनडीटीवी
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