चेन्नई. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. तमिलनाडु से तीन बार विधायक रह चुकीं विजयाधरानी ने पार्टी छोड़ दी है. वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं. दिल्ली में बीजेपी के मुख्यालय में पार्टी के कई नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ली. इस दौरान केंद्रीय राज्य सूचना और प्रसारण मंत्री एल मुरुगन और तमिलनाडु बीजेपी के प्रभारी अरविंद मेनन भी मौजूद थे.
विजयाधरानी कन्याकुमारी जिले की विलावनकोड सीट से तीन बार विधायक रह चुकी हैं. शनिवार को उन्होंने एक्स में पोस्ट के जरिए अपने इस्तीफे की जानकारी दी. उन्होंने लिखा “मैं कांग्रेस पार्टी की सदस्यता और इससे जुड़े संबंधित पदों से इस्तीफा देती हूं.” उनके इस्तीफे के बाद से राज्य में कांग्रेस की स्थिति और कमजोर हुई है. अब राज्य में कांग्रेस के सिर्फ 17 विधायक हैं, जबकि कुल विधायकों की संख्या 234 है.
विजयाधरानी का राजनीतिक करियर
छात्र जीवन से ही विजयाधरानी कांग्रेस के साथ जुड़ी रही थीं. वह 2011 से विलावनकोड सीट से विधायक बन रही हैं. वह तमिलनाडु महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वह तमिलनाडु के महान कवि और सामाजिक कार्यकर्ता कविमनि देसीगविनायागम पिल्लई की पोती हैं. कविमनि को तमिल साहित्य, आध्यात्म और समाज सुधार कार्यों के लिए जाना जाता है. उन्होंने जाति प्रथा के खिलाफ और बच्चों के लिए ज्यादा कार्य किया.
पीएम मोदी से प्रभावित हैं विजयाधरानी
बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता लेने के बाद विजयाधरानी ने पीएम मोदी के नेतृत्व और केंद्र सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने संसद में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने के कांग्रेस के बिल की भी तारीफ की. खबरों के अनुसार विजयाधरानी कन्याकुमारी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन उन्हें इसका मौका नहीं मिला. इसके बाद उन्हें तमिलनाडु विधानसभा में पार्टी का नेता भी नहीं चुना गया. 2019 और 2021 उपचुनाव में उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं मिला था और 2024 में भी पार्टी ने साफ कर दिया था कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगा. इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया.
साभार : एबीपी न्यूज़
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