भुवनेश्वर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भुवनेश्वर में कहा कि लगातार हो रही चुनावी हार ने विपक्षी दलों के भीतर इतना गुस्सा भर दिया है कि वह अब देश के खिलाफ ‘साजिश’ करने में जुट गए हैं और अपना गुस्सा जनता पर ही निकालने लगे हैं। वे बीजेपी की ओडिशा इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों का एकमात्र मकसद किसी तरह देश की जनता को गुमराह कर सत्ता पर कब्जा करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने पार्टी कार्यकर्ताओं में विश्वास भर दिया है और यही बीजेपी की विशेषता भी है।
उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी दल बीजेपी सरकार के खिलाफ सुबह शाम दुष्प्रचार करते रहते हैं। लेकिन जनता बीजेपी सरकार के कामों को देखकर उन्हें आशीर्वाद देने खुद मैदान में दौड़ पड़ती है।’’ ओडिशा विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इसके कुछ महीने पहले तक बड़े-बड़े राजनीतिक विशेषज्ञ भाजपा को पूरी तरह से खारिज कर रहे थे और दावा कर रहे थे कि इस पूर्वी राज्य में बीजेपी इतनी बड़ी ताकत नहीं हो सकती कि वह अपने बूते सरकार बना ले। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जब परिणाम आए सारे के सारे लोग जो अपने आप को तीसमारखां मानते थे, सब के सब हैरान हो गए।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ओडिशा के लोगों ने बीजेपी के केंद्र सरकार के कामों को देखा और दिल्ली में बैठे रहने के बावजूद उन्होंने यहां के लोगों के साथ अपनेपन का नाता रखा। उन्होंने कहा, ‘‘10 साल में ओडिशा के गांव-गांव और घर-घर में यह बात पहुंच चुकी थी। जब राज्य में हमारी सरकार भी नहीं थी, हमारी योजनाओं के नाम भी बदल दिए जाते थे फिर भी ओडिशा के विकास के लिए पूरी लगन और ईमानदारी से हम लगातार काम करते रहे। भारत सरकार के मंत्री परिषद में आज जितना प्रतिनिधित्व ओडिशा का है, वह पहले कभी नहीं रहा।’’
मोदी ने कहा कि उन्होंने ओडिशा को केंद्र से मिलने वाले बजट को तीन गुणा किया, नई-नई योजनाएं चलाईं और हर वर्ग व समाज की समान भाव से सेवा की। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए ओडिशा की जनता बीजेपी की नीति और कार्यशाली को जान सकी। उनके मन में बीजेपी को लेकर विश्वास पैदा हुआ और फिर दिल खोलकर उन्होंने बीजेपी को अशीर्वाद दिया।’’ उन्होंने कहा कि यह भाव इतना मजबूत हो गया था कि भाषा भी कभी इसमें रुकावट नहीं बनी।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में भारत का प्रभाव 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद कई गुना अधिक हो गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीति में नीतिगत विरोध बहुत स्वाभाविक है लेकिन पिछले कुछ समय से एक बहुत बड़ा बदलाव यह हुआ है कि भारत के संविधान की भावनाओं को कुचल दिया जाता है और लोकतंत्र की सारी मान-मर्यादाओं को अस्वीकार किया जाता है। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं, उनके पास केंद्र की सत्ता पिछले एक दशक से नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब देश की जनता किसी और को आशीर्वाद दे, इसका गुस्सा उन्हें देश की जनता पर भी है। इस स्थिति ने उनके अंदर इतना गुस्सा भर दिया है कि वो देश के खिलाफ साजिश करने में जुटे हैं। ये लोग अपना गुस्सा जनता पर ही निकालने लगे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि देश को गलत दिशा में ले जाने के लिए विपक्ष ने लोगों को गुमराह करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी झूठ और अफवाह की दुकान 50-60 साल से चल रही है। अब उन्होंने इस अभियान को और तेज कर दिया है।’’ उन्होंने विपक्ष के ‘कारनामों को बहुत बड़ी चुनौती करार दिया और देशवासियों से हर पल सतर्क और जागरूक रहने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज केंद्र की भाजपा सरकार ओडिशा के गौरव को बड़ी प्राथमिकता दे रही है और वह इस राज्य को देश ही नहीं बल्कि दुनिया के नक्शे पर लाना चाहती है।
साभार : इंडिया टीवी
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