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उत्तर प्रदेश विधानसभा में पान मसाला खाने पर लगा पूर्ण प्रतिबंध

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा में अब पान मसाला खाने पर जुर्माना लगेगा. यह जानकारी स्पीकर सतीश महाना ने दी है.  यूपी विधानसभा में पान मसाला के प्रयोग पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. पान मसाला खाते हुए पकड़े जाने पर जुर्माना लगेगा. खाते हुए पकड़े जाने र 1 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है. स्पीकर ने कहा कि विधानसभा परिसर में तत्काल प्रभाव से पान मसाला, गुटखा आदि के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. विधानसभा परिसर में कोई भी महानुभाव, विधायक, कर्मचारी, अधिकारी कोई भी हो, उनके द्वारा पान मसाला गुटका प्रयोग करने पर 1000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा.

बता दें मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व विधानसभा मंडप के प्रवेश द्वार पर पान मसाला थूके जाने की सूचना मिलते ही उन्होंने तत्काल वहां जाकर सफाई सुनिश्चित करवाई और इस अव्यवस्थित व्यवहार की भर्त्सना की. इसके बाद सदन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विधानसभा के प्रति केवल किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है. उन्होंने बताया था कि इस अनुशासनहीन कृत्य का वीडियो उपलब्ध है, परंतु किसी सदस्य को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना उनका उद्देश्य नहीं है. इसके बावजूद उन्होंने सभी सदस्यों से अपील की कि यदि भविष्य में वे किसी को ऐसा करते देखें, तो उसे वहीं रोकें और विधानसभा की गरिमा बनाए रखने में सहयोग करें.

स्पीकर ने और क्या कहा था?

महाना ने यह भी कहा था कि जिसने यह कार्य किया है, वह स्वयं आगे आकर स्वीकार करे, अन्यथा उन्हें उसे बुलाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा हम सबकी है. यह सिर्फ अध्यक्ष की विधानसभा नहीं है. इसकी जिम्मेदारी सभी 403 सदस्यों की है. यह यूपी की 25 करोड़ जनता की विधानसभा है. इसको साफ-सुथरा रखना हमारी जिम्मेदारी है. विधानसभा में स्पीकर द्वारा यह जानकारी दिए जाने के बाद कुछ सदस्यों ने कहा था कि अमुक सदस्य का नाम लिया जाए, जिस पर सतीश महाना ने कहा नहीं, किसी का नाम नहीं लूंगा. लेकिन जिसने किया है, वह स्वयं अगर आकर कह देंगे कि उन्होंने किया है. विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में पुनः इस विषय पर जोर देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा राज्य के 25 करोड़ नागरिकों का सम्मान और उनकी आस्था का प्रतीक है. इसकी स्वच्छता और मर्यादा बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है.

साभार : एबीपी न्यूज

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