इस्लामाबाद. भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के मुख्यालयों को मिट्टी में मिला दिया. भारत की ओर से किए गए एयरस्ट्राइक में लश्कर-ए-तैयबा के कई आतंकी मारे गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया ने एक आतंकी के जनाजे का वीडियो शेयर किया है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर और सेना के अधिकारी नजर आ रहे हैं.
आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी आर्मी अधिकारी
भारतीय सेना ने पीओके के साथ-साथ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी गढ़ों को भी निशाना बनाया. लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर हाफिज अब्दुल रऊफ इस एयरस्ट्राइक में मारे गए एक आतंकी के जनाजे में शामिल हुआ. इस दौरान पाकिस्तान सेना अधिकारी और पुलिस भी वहां नजर आए.
एलईटी का टॉप कमांडर सेना के साथ जनाजे में पहुंचा
एलईटी का टॉप कमांडर हाफिज अब्दुल रऊफ भारत की ओर से किए गए एयरस्ट्राइक में मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल हुआ. उसने जनाजे में नमाज पढ़ी. इसमें पंजाब (पाकिस्तान) पुलिस के आईजी तक शामिल हुए. इस वीडियो से एक बात तो साफ है कि पाकिस्तान चाहे कुछ भी बोले, लेकिन उसे इस एयरस्ट्राइक से बड़ा नुकसान हुआ है. साथ ही लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर का यहां जाना पाकिस्तान को एक आतंकी समर्थक राष्ट्र के रूप में दुनिया भर में उजागर करती है. भारतीय सेना के सटीक अभियान में निशाना बनाए गए ठिकानों में बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह, तेहरा कलां का सरजल, कोटली का मरकज अब्बास और मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप शामिल हैं. ये सभी ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं.
एलईटी के इन ठिकानों को बनाया गया निशाना
इस अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें मुरिदके का मरकज तैयबा, बरनाला का मरकज अहले-हदीस और मुजफ्फराबाद का शवावाई नाला कैंप शामिल हैं. कोटली में मक्का राहील शाहिद और सियालकोट में मेहमूना जोया को निशाना बनाया गया. इन ठिकानों में हिजबुल मुजाहिदीन के शिविर और प्रशिक्षण केंद्र स्थित हैं.
साभार : एबीपी न्यूज
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