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डोनाल्ड ट्रंप चीन पर टैरिफ लगाने के निर्णय पर फिर करें विचार : एलन मस्क

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वाशिंगटन. चीन पर टैरिफ लगाए जाने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके दोस्त एलन मस्क के बीच टकराव के आसार बन गए हैं। मस्क ने ट्रंप से निजी तौर पर गुहार लगाई है कि वे अपना फैसला वापस ले लें। टेस्ला के मालिक एलन मस्क अमेरिका के बड़े कारोबारी हैं, जिन्होंने खुद ट्रंप से टैरिफ हटाने को लेकर बातचीत की है। एक रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद टेस्ला के बिजनेस को नुकसान पहुंच रहा है। इसलिए सीधे मस्क ने ट्रंप से बातचीत कर फैसला वापस लेने का अनुरोध किया है। रिपोर्ट के अनुसार मस्क ने उनसे कहा है कि टैरिफ हटा दें, इससे लाभ होगा। डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद दुनियाभर में हलचल मची हुई है, जिससे मंदी और वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंकाएं बढ़ गई हैं।

हालांकि मस्क की अपील को ट्रंप ने मंजूर नहीं किया है। द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के प्रमुख ने सोमवार को ट्रंप द्वारा पिछले सप्ताह घोषित चीन से आयात पर 50 प्रतिशत टैरिफ जोड़ने की धमकी के बाद हस्तक्षेप का प्रयास किया है। मस्क ने टैरिफ पर ट्रंप के रुख से अपनी असहमति का संकेत देते हुए एक्स पर एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें रूढ़िवादी अर्थशास्त्री मिल्टन फ्रीडमैन सलाह देते नजर आ रहे हैं। फ्रीडमैन बताते हैं कि कैसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सहयोग जरूरी है, जो अर्थव्यवस्थाओं के लिए अच्छा है? फ्रीडमैन वीडियो में वैश्विक सहयोग के लाभों का बखान करते नजर आ रहे हैं।

पहले भी दोनों में हो चुका विवाद

एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर टैरिफ को लेकर राय रखी और ट्रंप से फैसला वापस लेने की अपील की है। ट्रंप ने मस्क की बातें गौर से सुनीं, लेकिन अपनी टैरिफ योजना को जारी रखने की बात कही। ट्रंप ने हवाला दिया कि वे पहले ही 34 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा कर चुके हैं। इससे पहले भी ट्रंप और मस्क के बीच विवाद हो चुका है। 2020 में टेस्ला ने ट्रंप प्रशासन की ओर से लगाए गए पहले टैरिफ को चुनौती दी थी। हालांकि शुरुआत में मस्क इसके समर्थन में थे, लेकिन बाद में खिलाफ हो गए। सूत्रों के मुताबिक मस्क की लोगों ने आलोचना भी की थी। लोगों ने कहा था कि मस्क ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति को कमजोर कर रहे हैं।

अन्य कारोबारी भी परेशान

नए टैरिफ को लेकर मस्क के अलावा अन्य कारोबारी भी परेशान हैं, जिन्होंने ट्रंप प्रशासन और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से भी बात की है। मस्क के दोस्त और निवेशक जो लॉन्स्डेल के अनुसार टैरिफ से अमेरिकी कंपनियों को घाटा होगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाला समय टेस्ला और मस्क के लिए मुश्किलों भरा होगा। मस्क की बढ़ती राजनीतिक सक्रियता की वजह से उनके कारोबार को नुकसान हो रहा है। चीन में ट्रंप की टैरिफ नीतियों और मस्क के जुड़ाव से कंपनी को घाटा होगा। चीन ने टेस्ला के शेयर का टारगेट रेट 550 डॉलर (47167 रुपये) से घटाकर 315 डॉलर (27077 रुपये) कर दिया है।

‘शून्य टैरिफ स्थिति’ चाहते हैं मस्क

ट्रंप और मस्क के बीच टकराव लंबे समय तक जारी रह सकता है। सूत्रों के मुताबिक मस्क ट्रंप के सलाहकार का पद छोड़ सकते हैं। मस्क की सोच है कि अमेरिका और चीन मिलकर काम करें। मस्क व्यापार को लेकर गंभीर हैं, आने वाले समय में दोनों के बीच संबंध कैसे रहेंगे, यह देखना काफी दिलचस्प होगा? मस्क ने इटली के उपप्रधानमंत्री माटेओ साल्विनी से भी बात की है। मस्क ने कहा कि वे अमेरिका और यूरोप के बीच ‘शून्य टैरिफ स्थिति’ चाहते हैं। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने टैरिफ मामले में ट्रंप का बचाव करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने बेहद प्रतिभाशाली और अनुभवी व्यक्तियों की एक उल्लेखनीय टीम बनाई है, जिनसे चर्चा के बाद निर्णय लिया गया है। मस्क इससे पहले कुशल अप्रवासियों के लिए H1-B वीजा और सरकारी खर्च के लिए DOGE के दृष्टिकोण जैसे मुद्दों का भी विरोध कर चुके हैं।

साभार : न्यूज24

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