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केपी ओली का सोशल मीडिया पर से प्रतिबंध हटाने से इंकार

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काठमांडू. नेपाल के प्रधानमंत्री के पी ओली ने देश में सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को हटाने से इंकार कर दिया है। ओली ने बुलाई गई कैबिनेट बैठक में कहा सरकार का फैसला सही है। कैबिनेट की बैठक में उन्होंने सभी मंत्रियों को अपने इस फैसले के पक्ष में बयान देने को कहा। बता दें कि देश भर में सरकार के सोशल मीडिया पर लगाए गए बैन के खिलाफ ओली सरकार में शामिल नेपाली कांग्रेस के मंत्रियों ने प्रतिबंध हटाने की मांग की थी। इस मांग पर पीएम ओली ने कहा कि सरकार उपद्रवियों के आगे नहीं झुकेगी और ना बैन हटाएगी। पीएम के इस अड़ियल रवैए से नाराज कांग्रेसी मंत्रियों ने कैबिनेट बैठक से वॉकआउट कर दिया।

कैबिनेट बैठक के बाद पीएम आवास पर हुई थी बैठक

कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद, बलुवाटार स्थित प्रधानमंत्री आवास पर सत्तारूढ़ पार्टी सीपीएन-यूएमएल और नेपाली कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की एक बैठक हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और इस्तीफा दे चुके गृह मंत्री रमेश लेखक सहित अन्य लोग शामिल हुए। एक मंत्री ने नेपाल प्रेस को बताया कि बैठक में सोशल मीडिया को फिर से सक्रिय करने पर हुई चर्चा के बाद कोई निष्कर्ष निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया गया था।

विरोध प्रदर्शन की होगी जांच

जेन-जेड विरोध प्रदर्शन से उत्पन्न घटना के तथ्यों की जांच के लिए एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है। एक मंत्री ने बताया कि सोमवार शाम को हुई कैबिनेट बैठक में 15 दिनों की समय-सीमा के साथ एक जांच समिति गठित करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा, “अभी यह तय नहीं हुआ है कि जांच समिति के समन्वयक और सदस्य कौन होंगे। संभवतः कल तक इस पर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा।”

गृह मंत्री ने दे दिया था इस्तीफा

गृह मंत्री ने जेन-जेड विरोध प्रदर्शन की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए इस्तीफ़ा दे दिया। गृह मंत्री रमेश लेखक ने इस्तीफ़ा दे दिया है। एक मंत्री ने बताया कि उन्होंने सोमवार शाम हुई कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया। सोमवार को जेन-जेड विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। अब तक इस प्रदर्शन में 20 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। लेखक ने यह कहते हुए इस्तीफ़ा दे दिया कि उन्हें इस घटना की नैतिक ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। इससे पहले, उन्होंने पार्टी की बैठक में कहा था कि वह नैतिक आधार पर पद नहीं संभालेंगे।

साभार : इंडिया टीवी

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