मुंबई. मनीकंट्रोल के हवाले से ये खबर आई है कि भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ऐप्पल को नोटिस भेजा है क्योंकि कंपनी ने भारत में यूजर्स को “मरसेनरी स्पाइवेयर” से संबंधित खतरे की सूचनाएं जारी की हैं। एप्पल के इस नोटिस में किराए के स्पाईवेयर से जुड़ी चेतावनी जारी की गई हैं।
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-In) ने एक पब्लिक एडवाइजरी जारी कर यूजर्स से अपनी डिवाइस को अपडेट करने के लिए कहा है और चेतावनी मिलने वाले और तकनीकी मदद चाहने वाले किसी भी व्यक्ति से [email protected]पर एजेंसी से संपर्क करने को कहा है।
5 दिसंबर को जारी CERT-In की सलाह में कहा गया है कि जिन यूजर्स को ऐसी सूचना मिली है और वे अपने Apple डिवाइस की जांच करवाना चाहते हैं या टेक्नीकल सपोर्ट का फायदा उठाना चाहते हैं, उनसे अनुरोध है कि वे ईमेल के माध्यम से CERT-In से संपर्क करें।
इससे पहले 2 और 3 दिसंबर को Google और Apple ने दुनिया भर के यूजर्स को खतरे की सूचनाएं भेजीं। एजेंसी ने ये भी कहा है कि यूजर्स सतर्क रहें और पुराने सॉफ्टवेयर्स का यूज ना करें। उन सभी यूजर्स को एप्पल और गूगल ने अलर्ट भेजे थे जिनके फोन पर किसी पावरफुल स्पाइवेयर ने साइबर अटैक करने की कोशिश की थी। इन कंपनियों ने उन यूजर्स को अलर्ट किया है जो राज्य समर्थित स्पाइवेयर का निशाना बन सकते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार का यह कदम दिखाता है कि यह संभावित साइबर हमला कितना गंभीर हो सकता है और इसके दुरुपयोग का कितना गहरा खतरा हो सकता है।
CERT-In ने यूजर्स को ये चार सलाह दी जिनको यूजर्स को ध्यान रखना जरूरी है-
यूजर्स iOS अपडेट (26.1) इंस्टॉल करें
मैसेजिंग और क्लाउड एप्लिकेशन अपडेट करें
लॉकडाउन मोड चालू करें
संदिग्ध प्रॉम्प्ट को लेकर अलर्ट रहें
यह पहली बार नहीं है जब एप्पल की धमकी संबंधी सूचनाओं के कारण आधिकारिक कार्रवाई हुई है। 2023 में, कई विपक्षी राजनेताओं और पत्रकारों द्वारा इसी तरह की चेतावनियां प्राप्त करने की शिकायत के बाद, MeitY ने एप्पल से स्पष्टीकरण मांगा था।
साभार : इंडिया टीवी
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