लखनऊ. जगद्गुरु रामभद्राचार्य के मिनी पाकिस्तान वाले बयान पर सियासी गलियारों में भूचाल आ गया है. जगद्गुरु ने पश्चिमी यूपी को मिनी पाकिस्तान करार दिया है, जिसके बाद लगातार विपक्ष की तरफ से उनके खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं. वहीं तमाम विरोध के बाद अब रामभद्राचार्य को महिला संत का समर्थन प्राप्त हुआ है. वहीं उनके बयान के बाद जहां मुस्लिम धर्मगुरु उनके विरोध में आ गए है वही हिंदू संत स्वामी रामभद्राचार्य के समर्थन में नजर आए हैं. ऐसे ही एक महिला संत लाडली सरस्वती लाडली माता ने कहा, “स्वामी रामभद्राचार्य ने बिल्कुल सही कहा है वेस्ट यूपी में लगातार हिंदू घट रहा है जिसके चलते वेस्ट यूपी मिनी पाकिस्तान बनता जा रहा है.”
क्या बोलीं महिला संत लाडली
जगद्गुरु के बयान पर कहा, “गुरु जी ने जो बोला है वह 100 प्रतिशत सही बोला है क्योंकि अभी पश्चिम में गई थी मैं उत्तराखंड जाते हुए मेरठ पार कर रही थी तो मुझे कही भी हमारे देश का झंडा लगना चाहिए वहां उन लोगों ने अपना झंडा लगा रखा था, कुछ समाजवादी वालों का झंडा लगा हुआ था. और बीजेपी वालों के अलावा देश का झंडा कहीं नहीं दिख रहा था.”
उन्होंने आगे कहा, “ये हमारे लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो हमारे देश का झंडा नहीं लगाते या जो लोग हमारे देश में रहते हैं तो उन्हें देश का झंडा लगाना चाहिए.” वहीं उन्होंने हिंदु पाठशाला के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि बहुत अच्छी बात है कि हमारी संस्कृति में ही संस्कृति है इसलिए हर घर में पाठशाला होना चाहिए. वहीं उन्होंने आगे कहा कि मैं बस इतना कहना चाहुंगी की किसी घर में अगर दो बच्चे हैं तो एक को गुरुकुल में आना चाहिए. जगद्गुरु रामभद्राचार्य के छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं वाले बयान जवाब देते हुए महिला संत लाडली ने कहा, “बिल्कुल नहीं छोड़ेंगे क्योंकि छेड़ने की तैयारी तो चल रही है लेकिन छेड़ने नहीं देंगे और छेड़ भी नहीं पाएंगे और अगर छेड़ेंगे तो फिर उसका परिणाम क्या होगा.”
हिंदू राष्ट्र पर संतो का क्या रोल है?
इस सवाल के जवाब में लाडली ने कहा कि संतो का हिंदू राष्ट्र में बिल्कुल रोल है और मजबूती दी जा सकती है. उन्होंने आगे कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र और इसे होना चाहिए. भारत वास्तव में सनातनी राष्ट्र था, है और रहेगा और औपचारिकताएं है जो आज नहीं तो कल पूरी हो जाएंगी. वहीं उन्होंने आगे कहा कि हिंदू राष्ट्र होगा और होना चाहिए क्योंकि हम लोग अखंड भारत का सपना देख रहे है सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं है अभी तो जो देश हमारे देश से अलग हुए हैं उनको भी हम अखंड भारत में जोड़ेंगे. भारत को पाकिस्तान के साथ मैच खेलने पर उन्होंने राष्ट्रीय मुद्दे का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है.
साभार : एबीपी न्यूज
भारत : 1885 से 1950 (इतिहास पर एक दृष्टि) व/या भारत : 1857 से 1957 (इतिहास पर एक दृष्टि) पुस्तक अपने घर/कार्यालय पर मंगाने के लिए आप निम्न लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
Matribhumisamachar


