देश में तकनीकी वस्त्र क्षेत्र के संवर्धन और विकास के लिए राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (एनटीटीएम) की शुरुआत की गई है। इस मिशन के अंतर्गत 2023 में ‘विशिष्ट अग्निशमन सूट का विकास‘ परियोजना उत्तरी भारत वस्त्र अनुसंधान संघ (एनआईटीआरए), गाजियाबाद को सौंपी गई है। इस परियोजना के अंतर्गत एनआईटीआरए की ओर से अग्निशमन सूट स्वदेश में ही विकसित किया गया है जिसमें इसी तरह के आयातित सूट के समान विशेषताएं हैं और साथ ही यह सस्ता भी है । घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए यह तकनीक एक घरेलू निर्माता को हस्तांतरित कर दी गई है।
एनटीटीएम के तहत कुल 168 अनुसंधान परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है। इनमें से कुछ परियोजनाओं को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उन सामग्रियों के विकास के लिए स्वीकृति दी गई है जिनके आयात पर उनका निर्माण करने वाले देशों की ओर से प्रतिबंध लगा हुआ है। इन परियोजनाओं को आयात पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से विशिष्ट रेशों और उच्च-स्तरीय तकनीकी वस्त्र उत्पादों के स्वदेशी उत्पादन में सहायता के लिए स्वीकृति दी गई है।
राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन का एक उद्देश्य देश में तकनीकी वस्त्र के क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देना भी है। मिशन के अंतर्गत इस दिशा में एक निर्यात संवर्धन परिषद का गठन किया गया है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का तकनीकी वस्त्र निर्यात 24,732.68 करोड़ रुपये का रहा। पिछले वर्ष की तुलना में निर्यात में 15.53 प्रतिशत और पिछले 4 वर्षों की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की वृद्धि हुई है। निम्नांकित तालिका वित्त वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक तकनीकी वस्त्रों के निर्यात में वृद्धि को दर्शाती है:
| वित्त वर्ष 2020-21 | वित्त वर्ष 2021-22 | वित्त वर्ष 2022-23 | वित्त वर्ष 2023-24 | वित्त वर्ष 2024-25 | |
| निर्यात
(करोड़ रुपये में) |
16,100.51 | 21,194.64 | 20,095.55 | 21,407.36 | 24,732.68 |
| वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि | 31.63% | -5.18% | 6.52% | 15.53% |
केन्द्रीय कपड़ा मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
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