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अमेरिका में फायरिंग से इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की मौत

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न्यूयार्क. वॉशिंगटन डीसी में इजरायली म्यूजियम ( कैपिटल यहूदी संग्रहालय ) के बाहर बुधवार एक बंदूकधारी ने शख्स ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. इस हमले में दो इजरायलियों की मौत हो गई. ये लोग इजरायली दूतावास में काम करते थे, जिसमें एक पुरुष और महिला कर्मचारी है. पुलिस ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने ‘फिलिस्तीन को आजाद करो’ के नारे लगाए. संदिग्ध की पहचान हो गई है. संदिग्ध की पहचान 30 साल के शिकागो निवासी इलियास रोड्रिगेज के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि रोड्रिगेज का पहले से कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और हमले से पहले उसे घटनास्थल के बाहर टहलते हुए देखा गया था.

माना जा रहा है कि पीड़ित शख्स एक कपल थे, जो म्यूजियम में आयोजित एक यहूदी प्रोग्राम से बाहर निकल रहे थे, तभी रोड्रिगेज चार लोगों के एक समूह के पास पहुंचा और नजदीक से उन पर गोलियां चला दीं. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, वाशिंगटन पुलिस चीफ पामेला स्मिथ ने कहा कि हिरासत में लिए जाने के बाद उसने ‘फ़्री फ़िलिस्तीन, फ़्री फ़िलिस्तीन’ के नारे लगाए.वहीं,  इजरायली दूतावास ने भी मौतों की पुष्टि की है. दूतावास के स्पोक्सपर्सन ताल नैम कोहेन ने कहा, ‘एक सांस्कृतिक प्रोग्राम में हिस्सा लेने के दौरान हमारे दो कर्मचारियों की नज़दीकी से हत्या कर दी गई.’

इलियास रोड्रिगेज कौन है?

इलियास रोड्रिगेज की उम्र 30 साल है और वो शिकागो का रहने वाला है. रिपोर्टों के मुताबिक, उन्हें पार्टी फॉर सोशलिज्म एंड लिबरेशन (PSL) के साथ उनकी सक्रियता और ब्लैक लाइव्स मैटर (BLM) आंदोलन में उनकी भागीदारी के लिए जाना जाता है. 2017 में रोड्रिगेज ने तत्कालीन शिकागो मेयर रहम इमैनुएल के घर के बाहर एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, जिसे पीपुल्स कांग्रेस ऑफ रेसिस्टेंस, एएनएसडब्ल्यूईआर शिकागो और ब्लैक लाइव्स मैटर वूमेन ऑफ फेथ समेत ग्रुप्स द्वारा आयोजित किया गया था. दरअसल, लाक्वान मैकडोनाल्ड एक 17 साल अश्वेत किशोर था, जिसे 20 अक्टूबर 2014 को शिकागो के एक पुलिस अफसर जेसन वैन डाइक ने 16 बार गोली मारी थी. यह घटना अमेरिका में पुलिस की बर्बरता के सबसे चर्चित मामलों में से एक बन गई और देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए.

डीसी में फायरिंग

चश्मदीदों ने बताया कि इलियास रोड्रिगेज को कैपिटल यहूदी म्यूजियम के बाहर ‘आगे-पीछे घूमते’ देखा गया था. पुलिस ने बताया कि इसके बाद वह चार लोगों के ग्रुप के पास पहुंचा और ‘करीब से’ दो लोगों को गोली मार दी.

लाल केफ़ियेह पहनकर लगाया ‘फ़्री फ़िलिस्तीन’ का नारा

बताया जा रहा है कि रोड्रिगेज ने म्यूजियम में एंट्री किया और खुद को पीड़ित बताकर दूसरों से पुलिस को बुलाने को कहा. जब अफसर पहुंचे तो रोड्रिगेज ने अपने हाथ ऊपर उठाए और कहा ‘मैंने यह किया है और घोषणा की कि वह निहत्था है.’ इसके बाद उसने लाल केफ़ियेह (पारंपरिक मध्य पूर्वी दुपट्टा) निकाला और ‘फ़्री फ़िलिस्तीन’ का नारा लगाना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.

साभार : जी न्यूज

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