
मुंबई, भारत – 23 मई, 2025 – मुंबई के ब्रह्माकुमारिस योग भवन में एक प्रेरणादायक एक-से-एक बातचीत का आयोजन हुआ, जिसमें ब्रह्माकुमारिस के मीडिया विंग के राष्ट्रीय समन्वयक राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज जी और पुरस्कार विजेता लेखक, निर्देशक, निर्माता तथा गो स्पिरिचुअल और अप्रोच एंटरटेनमेंट के संस्थापक सोनू त्यागी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारिस के समर्पित सदस्य राजीव कृष्णन पिशारोटी ने भी हिस्सा लिया। मुंबई के शांत योग भवन में आयोजित इस संवाद में आध्यात्मिकता, मानसिक स्वास्थ्य और मीडिया की समाज में आंतरिक कल्याण व सामंजस्य को बढ़ावा देने में भूमिका पर चर्चा हुई।
राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज जी, जिन्होंने 13 वर्ष की आयु में राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी डॉ. नलिनी दीदी जी के मार्गदर्शन में अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू की थी, ने राजयोग ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति पर गहन विचार साझा किए। भारत, नेपाल और यूके में 8,500 से अधिक प्रकाशित कॉलम के साथ, उन्होंने आत्म-चेतना और सकारात्मक सोच को लचीलापन बढ़ाने के साधन के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हमारे विचार हमारे कार्यों के बीज हैं। सकारात्मक मानसिकता का विकास शांति और उद्देश्यपूर्ण जीवन को बढ़ावा देता है।”
मनोविज्ञान, पत्रकारिता, विज्ञापन और फिल्म निर्माण में समृद्ध पृष्ठभूमि के साथ, सोनू त्यागी ने आध्यात्मिक और मनोरंजन मीडिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अप्रोच एंटरटेनमेंट, अप्रोच कम्युनिकेशंस, अप्रोच बॉलीवुड और गो स्पिरिचुअल के नेतृत्व में, त्यागी का पुरस्कार विजेता लेखन, निर्देशन और निर्माण कार्य स्व-खोज और भावनात्मक कल्याण को प्रेरित करने वाली सामग्री पर केंद्रित है। उन्होंने बातचीत के दौरान कहा, “मीडिया कालातीत आध्यात्मिक मूल्यों को आधुनिक चुनौतियों से जोड़ सकता है, जिससे संतुलित जीवनशैली को बढ़ावा मिलता है।”
राजीव कृष्णन पिशारोटी ने दैनिक जीवन में आध्यात्मिक सिद्धांतों को एकीकृत करने के दृष्टिकोण साझा किए, जो उनकी समर्पित सेवा और ब्रह्माकुमारिस में ध्यान अभ्यास से प्रेरित हैं।
इस संवाद में तनाव प्रबंधन, आध्यात्मिकता का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव और वैश्विक शांति को बढ़ावा देने में मीडिया की भूमिका पर चर्चा हुई। निकुंज जी ने मानसिक लचीलापन बढ़ाने के लिए “एक मिनट की शांति” जैसे व्यावहारिक उपकरण साझा किए, जबकि त्यागी ने समुदायों को एकजुट करने के लिए उत्थानकारी मीडिया सामग्री की वकालत की। पिशारोटी ने व्यक्तिगत और पेशेवर क्षेत्रों में निरंतर आध्यात्मिक अभ्यास के मूल्य पर जोर दिया।
इस बातचीत ने ब्रह्माकुमारिस की महिलाओं के नेतृत्व वाली विरासत और 110 देशों में 8,000 से अधिक केंद्रों के साथ इसके वैश्विक प्रभाव को रेखांकित किया, जो एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ के रूप में इसकी पहचान को दर्शाता है। इस सार्थक संवाद ने राजयोगी निकुंज जी और सोनू त्यागी की साझा दृष्टि को उजागर किया, जो आध्यात्मिकता और मीडिया के माध्यम से व्यक्तियों को सशक्त बनाने और ब्रह्माकुमारिस के आत्म-चेतना मिशन तथा गो स्पिरिचुअल के नवाचारों के साथ संरेखित है।
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