नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय में लोकसभा नेता विपक्ष राहुल गांधी के पहुंचने पर डीयू छात्र संघ सचिव मित्रविंदा करनवाल को उनके ही कार्यालय मे प्रवेश से रोका गया। डूसू सचिव ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की मौजूदगी में छात्रसंघ कार्यालय पर ताला लगाया गया और उन्हें कार्यालय में जाने से रोका गया। सचिव ने इसकी शिकायत डीयू प्रॉक्टर को की है। वहीं डीयू इस घटना में शामिल छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। इस पर फैसला कुलपति से चर्चा के बाद किया जाएगा।डीयू की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि राहुल गांधी डीयू अधिकारियों को बिना सूचना दिए कैंपस पहुंचे। उन्होंने डूसू ऑफिस में करीब एक घंटा बिताया। इस दौरान डूसू कार्यालय को सुरक्षा घेरे में रखा गया था। डीयू के अनुसार राहुल गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय को बिना किसी सूचना के विश्वविद्यालय में आने के लिए दूसरी बार ऐसा किया है।
डीयू प्रॉक्टर प्रो रजनी अब्बी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि डूसू सचिव के कमरे के अंदर कुछ छात्र थे, जिन्हें उनके कमरे में बंद कर दिया गया और बाद में एनएसयूआई के सदस्यों द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। डूसूू सचिव बाहर थीं, उन्हें अपने कार्यालय में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई और एनएसयूआई के छात्रों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। विश्वविद्यालय ऐसी कार्रवाई की निंदा करता है और उम्मीद करता है कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमें इस मामले को लेकर शिकायत मिली है, इसमें शामिल छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभी कुलपति बाहर हैं उनके आने पर चर्चा के बाद फैसला किया जाएगा। डूसू सचिव मित्रविंदा करनवाल ने कहा कि राहुल गांधी के कैंपस पहुंचने पर छात्रों ने उनका विरोध किया किया और राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगे। उनके खिलाफ जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन किया। प्राक्टर ऑफिस के बाहर एबीवीपी कार्यकर्ताओ ने विरोध प्रदर्शन किया।
डूसू कार्यालय पहुंचे राहुल गांधी, छात्रों से किया संवाद
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बृहस्पतिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी दिल्ली (नॉर्थ कैंपस) स्थित दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इस दौरान डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री व संयुक्त सचिव लोकेश चौधरी मौजूद रहे। राहुल गांधी ने छात्रों की समस्याओं को सुना। छात्रों ने उनसे जातीय भेदभाव, प्रशासनिक पदों पर वंचित वर्गों की कमी, पीएचडी दाखिले में आरक्षित श्रेणी के नियमों का पालन नहीं होने को लेकर बातचीत की।
”शिक्षित करो, आंदोलन करो और संगठित रहो”
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष रौनक खत्री ने कहा कि राहुल गांधी का छात्रों से बातचीत सत्र की मेजबानी करने का अवसर मिला। बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने छात्र समुदाय के साथ गहन बातचीत की, उनकी चिंताओं को सुना और शैक्षणिक क्षेत्रों में लोकतांत्रिक भागीदारी और प्रतिनिधित्व के महत्व पर प्रकाश डाला। इस संवाद में छात्रों ने शैक्षणिक संस्थानों में जाति आधारित भेदभाव से लेकर संकाय पदों और कुलपति जैसे शीर्ष प्रशासनिक पदों पर हाशिए के समुदायों के कम प्रतिनिधित्व के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाई। राहुल गांधी ने डॉ. बीआर आंबेडकर के संदेश ”शिक्षित करो, आंदोलन करो और संगठित रहो” को याद दिलाते हुए छात्रों को न्यायसंगत रहने को कहा।
डूसू अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी की उपस्थिति ने छात्र समुदाय को उत्साहित किया। इस दौरान उन्होंने प्रतिनिधित्व, समानता और शैक्षणिक न्याय जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की। इसके साथ ही ईआर (एसेंशियल रिपीट, एनए (नॉट अवेलेबल), अनुपस्थिति को लेकर भी चर्चा की गई, जिससे बड़ी संख्या में छात्र प्रभावित होते हैं। मालूम हो कि इससे पहले राहुल गांधी ने वर्ष 2023 में डीयू पीजी मेंस छात्रावास में छात्रों से मुलाकात की थी। उनके अचानक कैंपस पहुंचने पर विवाद हुआ था और प्रॉक्टर की ओर से उन्हें नोटिस भेजा गया था।
राहुल गांधी ने मटके में भरा पानी
डीयू के दौरे में राहुल गांधी ने मटका मैन के नाम से मशहूर रौनक खत्री से कैंपस में लगे मटके को लेकर भी सवाल किया, तब उन्हें बताया गया कि कैंपस में पीने के पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। छात्रों को ठंडा व स्वच्छ पानी मिले, इसके लिए कई जगह मटकों में पानी भरकर रखा गया है। रौनक खत्री ने इस दौरान उनसे मटके में पानी डालने व पानी पीने का अनुरोध किया, तब राहुल गांधी ने मटके में पानी भरा।
साभार : अमर उजाला
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