लखनऊ. सपा नेता आजम खान 23 महीने बाद आज सीतापुर जेल से रिहा हो गए। हाईकोर्ट ने हाल ही में बीयर बार कब्जे से जुड़े केस में उन्हें जमानत दी थी, जो उनके मुकदमे का आखिरी मामला था। जमानत मिलते ही पुलिस ने शत्रु संपत्ति मामले में नई धाराएं जोड़ी थीं, लेकिन 20 सितंबर को रामपुर कोर्ट ने उन्हें खारिज कर दिया। इसके बाद आजम खान की रिहाई का रास्ता साफ हो गया। उनके कुल 104 केस दर्ज हैं। रिहाई के समय उनके दोनों बेटे अदीब और अब्दुल्ला उन्हें लेने पहुंचे, और करीब 100 गाड़ियों का काफिला रामपुर के लिए रवाना हुआ। रिहाई सुबह 9 बजे तय थी, लेकिन एक केस में 6 हजार रुपये जुर्माना जमा न होने के कारण देरी हुई। रकम जमा होने के बाद दोपहर 12:30 बजे आजम खान जेल से रिहा हुए।
बरेली में आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां महीनों तक सीतापुर जेल में बंद रहे। हाईकोर्ट के आदेश पर आज उनकी रिहाई हुई, जो मुसलमान समाज के लिए खुशी का मौका है। उन्होंने मुलायम सिंह यादव को राजनीतिक रूप से मजबूत किया और उनके परिवार को उत्तर प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला। लेकिन दुख की बात है कि इस कठिन घड़ी में उनके सहयोगी, खासकर अखिलेश यादव, उनका साथ नहीं दे पाए।
SHABD, September 23, 2025
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