काबुल. पाकिस्तान ने सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात अफगानिस्तान के खोस्त, पक्तिका समेत चार राज्यों में भीषण ड्रोन हमले किए हैं। जिनमें कम से कम 9 बच्चों समेत 10 लोगों की मौत हो गई है। पाकिस्तानी सेना के हमले में कई लोगों के घायल होने की भी रिपोर्ट है। इस हमले के बाद तालिबान की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में इस्लामिक कानून के तहत पाकिस्तान से बदला लेने की कसम खाई गई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाग मुहाजिद ने कहा है कि पाकिस्तान, इस्लामिक तरीके से पाकिस्तान से बदला लेगा।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक डूरंड लाइन, जो पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच विवादित बॉर्डर है, और जिसे तालिबान मान्यता नहीं देता है, वहां भारी तनाव है।दोनों देशों ने अपने फ्रंटलाइन चेक पोस्ट पर भारी तोपें भेज दी हैं। सूत्रों के हवाले से CNN-News18 की रिपोर्ट में बताया गया है, कि दोनों तरफ से सेना के जवानों की तेज मूवमेंट की खबर है, जिससे दोनों देशों के बीच अस्थाई युद्धविराम टूटने की आशंका बढ़ गई है।
अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर भारी तनाव
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सेना के ड्रोन को चमन-स्पिन बोल्डिक, अंगूर अड्डा, कुर्रम-नंगहार और तोरखम समेत कई सेक्टर में हवाई निगरानी करते देखा गया है, जिससे बड़े पैमाने पर मिलिट्री लड़ाई की आशंका बढ़ गई है। इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों देश संभावित टकराव की तैयारी कर रहे हैं और हालात अभी भी अस्थिर बने हुए हैं। खास बॉर्डर पोस्ट पर भारी आर्टिलरी की तैनाती टकराव के लिए गंभीर तैयारी का इशारा करती है। सूत्रों ने बताया है कि दोनों ही देश फुल स्केल युद्ध की तैयारी कर रहे हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में डूरंड लाइन पर लगातार संघर्ष हुई हैं। गोलीबारी देखने को मिली है, खासकर कुर्रम और नंगहार जैसे इलाकों में काफी ज्यादा तनाव है। वहीं, बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती और निगरानी ऑपरेशन से संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान, दोनों एक बड़ी लड़ाई में फंस सकते हैं। चमन-स्पिन बोल्डिक और तोरखम जैसे स्ट्रेटेजिक रूप से जरूरी पॉइंट्स समेत कई सेक्टर्स को बहुत ज्यादा हाई अलर्ट पर रखा गया है। खबर है कि पाकिस्तानी और अफगान अधिकारियों ने इमरजेंसी प्रोटोकॉल एक्टिवेट कर दिए हैं और हालात को और बिगड़ने से रोकने के लिए और फोर्स भेज दी है। सीमा पर आम लोगों का दिखना बंद हो गया है।
डिप्लोमेटिक बातचीत भी हो चुकी हैं नाकाम
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि उन्हें अब तालिबान से कोई उम्मीद नहीं है। दूसरी तरफ पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच डिप्लोमेटिक बातचीत भी करीब करीब बंद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों देशों के पास भारी हथियार होने और तनाव होने की वजह से डूरंड लाइन पर किसी भी समय पूरी तरह से लड़ाई शुरू हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी हालात पर कड़ी नजर रखे हुए है, क्योंकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच किसी बड़े संघर्ष से सिर्फ ये दो देश ही नहीं, बल्कि पूरा दक्षिण और मध्य एशिया अस्थिर हो सकता है। डिफेंस एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि यदि दोनों पक्षों के बीच बातचीत जल्द बहाल नहीं हुई, तो दुरंड लाइन एक बार फिर युद्ध का मैदान बन सकती है।
साभार : नवभारत टाइम्स
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