नई दिल्ली. भारतीय रेलवे ने आधुनिक यात्रा के क्षेत्र में एक और मील का पत्थर छू लिया है। देश की बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का हालिया ट्रायल पूरी तरह सफल रहा है। यह ट्रेन न केवल अपनी रफ्तार के लिए जानी जाएगी, बल्कि लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं और ‘फाइव स्टार’ अनुभव देने के लिए तैयार है।
मुख्य विशेषताएं और यात्री सुविधाएं
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनों से भी बेहतर बनाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। इसके सफल ट्रायल के बाद अब इसमें निम्नलिखित सुविधाओं की पुष्टि हुई है:
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बेहतर गति और सुरक्षा: यह ट्रेन 160 किमी/घंटा की रफ्तार तक दौड़ने में सक्षम है। इसमें सुरक्षा के लिए ‘कवच’ प्रणाली और आधुनिक शॉक एब्जॉर्बर लगाए गए हैं, जिससे तेज गति में भी यात्रियों को झटके महसूस नहीं होंगे।
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आधुनिक इंटीरियर: ट्रेन के अंदर सॉफ्ट लाइटिंग, एंटी-बैक्टीरियल कोटिंग और आरामदायक बर्थ दी गई हैं। ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों के डिजाइन को पहले से बेहतर बनाया गया है।
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विश्वस्तरीय सुविधाएं: हर कोच में सेंसर-आधारित लाइटिंग, ऑटोमैटिक दरवाजे, मिनी पेंट्री और जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली मौजूद है।
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बेहतर वॉशरूम: यात्रियों की सुविधा के लिए इसमें बायो-वैक्यूम टॉयलेट्स दिए गए हैं, जो गंधहीन और पूरी तरह स्वच्छ रहेंगे।
कब से शुरू होगी सेवा?
रेलवे सूत्रों के अनुसार, सफल परीक्षणों के बाद अब इस ट्रेन को जल्द ही प्रमुख रूटों (जैसे दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता) पर संचालित किया जाएगा। इसका उद्देश्य लंबी दूरी के सफर को कम समय में और अधिक आरामदायक बनाना है।
“वंदे भारत स्लीपर ट्रेन भारतीय रेल के भविष्य की ओर एक बड़ा कदम है। यह ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत को दर्शाती है और मध्यम वर्ग के यात्रियों के लिए हवाई यात्रा जैसा अनुभव प्रदान करेगी।” — रेलवे अधिकारी
भविष्य की योजनाएं
भारतीय रेलवे की योजना आने वाले कुछ वर्षों में ऐसी सैकड़ों ट्रेनें चलाने की है, ताकि देश के हर कोने को हाई-स्पीड स्लीपर कनेक्टिविटी से जोड़ा जा सके। यह ट्रेन न केवल समय बचाएगी बल्कि रात भर की यात्रा को एक सुखद अहसास में बदल देगी।
इन रूटों पर सबसे पहले चल सकती है ट्रेन
शुरुआती चरण में, रेलवे उन रूटों को प्राथमिकता दे रहा है जहाँ यात्रियों की संख्या अधिक है और जो प्रमुख व्यापारिक केंद्र हैं। संभावित रूट निम्नलिखित हैं:
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दिल्ली – मुंबई: यह देश का सबसे व्यस्त रूट है। वंदे भारत स्लीपर इस सफर को मौजूदा समय से लगभग 2-3 घंटे कम कर सकती है।
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दिल्ली – कोलकाता (हावड़ा): पूर्वी भारत को जोड़ने वाला यह प्रमुख रूट रेलवे की लिस्ट में टॉप पर है।
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बेंगलुरु – हैदराबाद: दक्षिण भारत के इन दो आईटी हब के बीच कनेक्टिविटी को तेज करने की योजना है।
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दिल्ली – पटना: बिहार और दिल्ली के बीच यात्रियों के भारी दबाव को देखते हुए यह रूट काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
किराये का अनुमान (Ticket Fare)
हालांकि रेलवे ने अभी तक आधिकारिक रेट कार्ड जारी नहीं किया है, लेकिन विशेषज्ञों और उपलब्ध डेटा के अनुसार किराए का ढांचा कुछ इस तरह हो सकता है:
| श्रेणी (Class) | अनुमानित किराया (राजधानी के मुकाबले) | विशेषता |
| AC 3-Tier | राजधानी से 10-15% अधिक | बेहतर कुशनिंग और चार्जिंग पॉइंट |
| AC 2-Tier | राजधानी से 15-20% अधिक | अधिक प्राइवेसी और सेंसर लाइट्स |
| AC 1st Class | प्रीमियम/लग्जरी श्रेणी | फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं |
नोट: वंदे भारत स्लीपर का किराया राजधानी एक्सप्रेस से थोड़ा अधिक होने की उम्मीद है, क्योंकि इसमें मिलने वाली सुविधाएं और गति राजधानी से कहीं ज्यादा आधुनिक हैं।
रूट की तैयारी
वर्तमान में, इन ट्रेनों को चलाने के लिए पटरियों (Tracks) को 160 किमी/घंटा की रफ्तार के अनुकूल अपग्रेड किया जा रहा है। साथ ही, ट्रेनों में ‘कवच’ (स्वदेशी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली) को अनिवार्य रूप से इंस्टॉल किया जा रहा है ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।
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