वाराणसी (मा.स.स.). ज्ञानवापी में जो मिला वो फव्वारा था या शिवलिंग, इसे पता करने के लिए हिन्दू पक्ष ने वाराणसी कोर्ट में वैज्ञानिक ढंग से इसकी जांच करवाने की मांग की थी. यदि कार्बन डेटिंग होती तो आयु के आधार पर यह सिद्ध किया जा सकता था, कि जो मिला वो फव्वारा था या शिवलिंग. किन्तु वाराणसी कोर्ट ने इस अपील को ख़ारिज कर दिया है. अभी वाराणसी कोर्ट में इस शिवलिंग की पूजा से जुड़ा मामला विचाराधीन है. फैसला सुनाये जाते समय कोर्ट परिसर में हिन्दू व मुस्लिम पक्ष के कुल 62 लोग मौजूद थे.
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