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खान मंत्रालय और संबंधित कार्यालयों द्वारा विशेष स्वच्छता अभियान 2.0 की शुरुआत

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नई दिल्ली (मा.स.स.). भारत सरकार के सभी मंत्रालयों द्वारा 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच चलाए जा रहे ‘विशेष अभियान 2.0’ के हिस्से के रूप में खान मंत्रालय के सचिव, विवेक भारद्वाज द्वारा 2 अक्टूबर को खनिज कक्ष में खान मंत्रालय के लिए गतिविधियों की शुरुआत की गई। इसमें मंत्रालय के अधीन सभी संगठन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े। मंत्रालय ने 116 स्वच्छता अभियानों को लागू करने के लिए पूरे भारत में 84 साइट दफ्तरों की पहचान की है।

तैयारी के चरण के दौरान 15 से 30 सितंबर तक खान मंत्रालय के सचिव और अतिरिक्त सचिव ने अभियान के लिए इन कार्यालयों का निरीक्षण और मार्गदर्शन करने के लिए जीएसआई और आईबीएम के फील्ड कार्यालयों का दौरा किया था। इस वर्ष मंत्रालय द्वारा निर्धारित लक्ष्य में रेन वॉटर हारवेस्टिंग, खाद के गड्ढे तैयार करके, झीलों/ तालाबों की सफाई और पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए कचरे का निपटान करके प्रकृति को वापस देने का ध्येय शामिल है। सर्वोत्तम प्रथाओं के तहत खान मंत्रालय के कार्यालयों के स्वामित्व वाली इमारतों में रेन वॉटर हारवेस्टिंग की व्यवस्था की जा रही है। कम्पोस्ट पिट परियोजनाओं के लिए तीन जगहों की पहचान की गई है।

खान मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने हाल ही में कोलकाता में जीएसआई मुख्यालय कार्यालय का दौरा किया और विशेष अभियान 2.0 के तहत किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया और कर्मचारियों को अभियान को पूरी ईमानदारी से सफल बनाने के निर्देश दिए। केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और खान मंत्रालय के सचिव, विवेक भारद्वाज ने खाली जगहों को वेलनेस कैफे में बदलने के लिए मंत्रालय द्वारा चिन्हित स्थल का दौरा किया और कर्मचारियों को इसका पूरा लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया। मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी कोलकाता में जीएसआई मुख्यालय का दौरा किया और विशेष अभियान 2.0 के तहत वहां वेलनेस कैफेटेरिया का उद्घाटन किया।

मंत्रालय ने पेंडिंग एमपी रेफरेंसेज, राज्य सरकारों के रेफरेंसेज, मंत्रालयों के आपसी संदर्भों, संसदीय आश्वासनों, पीएमओ संदर्भों, लोक शिकायत और अपीलों की पहचान करके बेहतर रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए अभियान का उपयोग किया। विशेष अभियान के तहत किये गये कार्यों की समीक्षा करते हुए मंत्री प्रह्लाद जोशी ने खान मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित की जा रही विभागीय कैंटीन में कचरे को अलग करने का सुझाव दिया। शिक्षा मंत्रालय, जो नोडल मंत्रालय है, से भी विभागीय कैंटीन के लिए इसी तरह के दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध किया गया है और उन्होंने शास्त्री भवन स्थित सभी विभागीय कैंटीनों के साथ कचरे को अलग करने और खाद के गड्ढे बनाने के लिए जैव कचरे का उपयोग करने के मामले को उठाया है।

जीएसआईटीआई, हैदराबाद ने भी सर्वोत्तम अभ्यास के रूप में अपनी हॉस्टल कैंटीन में कचरे को अलग करना और खाद बनाने के लिए जैव अपशिष्ट का उपयोग करना शुरू किया। जीएसआईटीआई, हैदराबाद में कम्पोस्ट पिट बनाया गया है। खान मंत्रालय ने विशेष अभियान 1.0 में लगभग एक लाख फाइलों की छंटाई की है। इस वर्ष चूंकि फील्ड कार्यालयों पर जोर दिया जा रहा है, इसलिए खान मंत्रालय ने अपने संबद्ध और अधीनस्थ कार्यालयों के माध्यम से 3.32 लाख फाइलों की समीक्षा का लक्ष्य रिकॉर्ड प्रबंधन के तहत रखा है। अभियान के दौरान क्षेत्रीय कार्यालय पूरे भारत में फैले अपने कार्यालयों से 20 साल पुराने कबाड़ को हटा रहे हैं।

अब तक, खान मंत्रालय और उसके क्षेत्रीय संगठनों ने स्वच्छता अभियान का 90.51 प्रतिशत हासिल किया है और स्क्रैप निपटान से 1,58,40,266/- रुपये का राजस्व अर्जित किया है। कुशल अभिलेख प्रबंधन के माध्यम से लगभग 92,199 वर्ग फुट जगह बनाई गई है। यह उम्मीद की जाती है कि मंत्रालय 31 अक्टूबर, 2022 तक विशेष स्वच्छता अभियान 2.0 के लिए निर्धारित लक्ष्य का 100 प्रतिशत हासिल कर लेगा।

यह भी पढ़ें : स्वच्छता विशेष अभियान के लिये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने की विभिन्न पहलें

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