पटना (मा.स.स.). भारतीय मजदूर संघ के अखिल भारतीय महामंत्री रिवंद्र हिमते ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ का अखिल भारतीय अधिवेशन श्रम जगत को नई दिशा प्रदान करेगा. इसमें मंथन के पश्चात श्रमिकों के हित में अनेक प्रस्ताव पारित होंगे. वह मर्चा-मरची रोड पर स्थित केशव सरस्वती विद्या मंदिर के प्रांगण में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी प्रदान कर रहे थे. उन्होंने बताया कि 7 से 9 अप्रैल को भारतीय मजदूर संघ का 20वां त्रैवार्षिक अ. भा. अधिवेशन हो रहा है. बिहार की धरती पर दूसरी बार अधिवेशन होने जा रहा है. इसमें देश के सभी राज्यों तथा अलग- अलग उद्योगों के 40 महासंघों के दो हजार से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
अधिवेशन में संगठित एवं असंगठित क्षेत्र की महिलाओं की भी भागीदारी हो रही है. इसके उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी होंगे. विशिष्ट अतिथि सईद सुल्तान उद्दीन अहमद (मजदूर गतिविधि विशेषज्ञ) और अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरान्मय पांड्या जी करेंगे. इसमें श्रमिकों के हित में चार प्रस्ताव रखे जाएंगे, जिन्हें चर्चा के पश्चात पारित किया जाएगा. इसके अतिरिक्त महासंघों के प्रस्ताव भी पारित होंगे. आठ अप्रैल को महिला कार्य और सहभागिता विषय पर विशेष सत्र होगा. इसकी अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ की उपाध्यक्ष नीता चौबे, स्वागताध्यक्ष पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू, मुख्य अतिथि आशा लकड़ा (जनजाति महिला विशेषज्ञ एवं महापौर रांची, झारखंड) और विशेष उपस्थिति प्रज्ञा परांडे (सलाहकार, वीवी गिरी श्रमिक संस्थान) उपस्थित रहेंगी.
वहीं 2025 में भारतीय मजदूर संघ के 70 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में नौ अप्रैल को विशेष उद्बोधन सत्र होगा. राष्ट्रीय महामंत्री ने बताया कि आठ अप्रैल को मंगल तालाब स्थित सिटी स्कूल परीसर में खुला अधिवेशन होगा. इससे पूर्व शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें अधिवेशन प्रतिनिधियों के साथ ही बिहार प्रांत से आए कार्यकर्ता सम्मिलित होंगे.
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